ग्वालियर। आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) कार्यक्रम के अंतर्गत आम जनों को उनके घर के पास ही प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाना हैं। प्रदेश के सभी शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं उप केन्द्रों को हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर (Health and Wellness Center) (आरोग्यधाम) (Arogyadham) के रूप में विकसित किया जा रहा है। ग्वालियर जिले में भी प्रथम चरण में 15 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (Primary health centers) को चिन्हित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मृदुल सक्सेना ने बताया कि ग्वालियर जिले में चयनित 15 आरोग्यम् केन्द्रों में एमबीबीएस चिकित्सक की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इसके साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र पर कम्युनिटी हैल्थ ऑफीसर का चयन कर पदस्थापना की जा रही है। चयनित सभी केन्द्रों पर प्रत्येक गुरूवार को समीप में पदस्थ चिकित्सक की उपस्थिति सुनिश्चित कर एनसीडी स्क्रीनिंग प्रारंभ की गई है। आरोग्यम् हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर को क्रियाशील करने हेतु आवश्यक दवाएं एवं जाँच की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि ग्वालियर में चयनित आरोग्यम् केन्द्रों में उटीला, पारसेन, बेहट, बरई, पाटई, वीरपुर, कुलैथ, शुक्लकारी, बिलौआ, पिछोर, सालवई, करियावटी, चीनौर, आंतरी तथा मोहनगढ़ शामिल हैं। इसके साथ ही उप स्वास्थ्य केन्द्र शंकरपुर, पंतनगर, ओहदपुर, हुरावली, हाथीखाना, बाहेड़ापुर, पुरानी छावनी, गिरगांव, गुढ़ीगुढ़ा का नाका, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शामिल हैं। जिले में चयनित सभी आरोग्यम् केन्द्रों की अधोसंरचना सुदृढ़ीकरण हेतु रंगाई-पुताई, चित्रांकन तथा आवश्यक आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। सभी केन्द्रों पर शौचालय एवं पीने के पानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मृदुल सक्सेना ने बताया कि आरोग्यम् केन्द्र में पदस्थ स्टाफ को विस्तृत प्रशिक्षण की व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की गई हैं। केन्द्र के क्षेत्र के सभी परिवारों का निर्धारित प्रपत्रों में पंजीयन एवं 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का एनसीडी स्क्रीनिंग किया जाना है, जिसकी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि अगले चरण में जिले के अन्य केन्द्रों को भी आरोग्यम् केन्द्रों के रूप में विकसित किया जायेगा।