नई दिल्ली। एक समय था मारुति कारों की बुकिंग ज्यादा और प्रोडक्शन कम था। लोग वेटिंग पर रहते थे परंतु आज हालात यह हैं कि कंपनी को 2 दिन के लिए प्रोडक्शन बंद करना पड़ा है। कंपनी ने गुरुग्राम और मानेसर प्लांट में 7 और 9 सितंबर को 'नो प्रोडक्शन डे' घोषित कर दिया है।
लगातार घटती जा रही है बिक्री
10 साल में पहली बार हुआ है कि दोनों प्लांट में कारें बनाने का काम नहीं होगा। जिन प्लांट में काम 2 दिन के लिए बंद किया गया है वो एक साल में 15 लाख कारें बनाती हैं। बता दें कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में संकट की स्थिति बनी हुई है। गाड़ियों की मांग में लगातार गिरावट देखी जा रही है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री अगस्त महीने में 32.7 फीसद घटकर 1,06,413 वाहन रह गई। जुलाई की बात करें तो बिक्री में करीब 36 फीसद गिरावट देखी गई थी। वहीं अगस्त 2018 में कंपनी की बिक्री 1,58,189 इकाई रही थी।
अल्टो और वैगन आर की बिक्री 71.8 फीसद घट गई
कंपनी ने कुछ दिन पहले जारी बयान में कहा था कि अगस्त में उसकी घरेलू बाजार में बिक्री 34.3 फीसद घटकर 97,061 इकाई रह गई, जो अगस्त, 2018 में 1,47,700 इकाई थी। कंपनी की मिनी कारों ऑल्टो और वैगन् आर की बिक्री इस दौरान 71.8 फीसद घटकर 10,123 वाहन रह गई। एक साल पहले समान महीने में यह आंकड़ा 35,895 इकाई का था।
निर्यात भी घट गया
इसी तरह कॉम्पैक्ट सेक्शन की बात करें तो कंपनी की बिक्री 23.9 फीसद घटकर 54,274 इकाई रह गई, जो अगस्त, 2018 में 71,364 इकाई थी। इस सेक्शन में स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजाइर गाड़ियां आती हैं। कंपनी की मध्यम आकार की कार सियाज की बिक्री भी भारी गिरावट के साथ 1,596 इकाई पर आ गई। पिछले साल समान महीने में इसकी बिक्री 7,002 इकाई रही थी। अगस्त में कंपनी का निर्यात 10.8 फीसद घटकर 9,352 इकाई रह गया, जो एक साल पहले समान महीने में 10,489 इकाई था।