ग्वालियर। काली गिट्टी के कारोबार से मिली रकम को निवेश कर सरिए का कारोबार खड़ा करने वाले कारोबारी राज्य कर विभाग के अधिकारियों को हिसाब-किताब नहीं दे सके। दरअसल विभाग की एंटी इवेजन विंग ने बुधवार को एक ही परिवार द्वारा संचालित फर्म देव ट्रेडिंग कंपनी, देव स्टील और देव ट्रेडर्स (Dev Trading Company, Dev Steel & Dev Traders) के छह नंबर चौराहा मुरार, बड़ा गांव और गदाईपुरा स्थित प्रतिष्ठानों पर एकसाथ छापा (RAID) मारा।
पूछताछ में फर्म के मुख्य प्रोपराइटर राजकुमार किरार (RAJKUMAR KIRAR) खरीद-बिक्री का हिसाब-किताब नहीं दे पाए। फलस्वरूप अधिकारी तीनों स्थानों से फर्म के बहीखाते समेट कर अपने साथ ले आए। गुरुवार को फर्म के खाते देख रहे सीए और अकाउंटेंट से पूछताछ की जाएगी। उसके बाद ही कर अपवंचन की ठीक-ठीक गणना हो सकेगी। राज्य कर विभाग की एंटी इवेजन विंग द्वारा की गई यह कार्रवाई इंदौर मुख्यालय के आदेश पर की गई है।
तीनों स्थानों का पूरा काम राजकुमार किरार ही देखते हैं। लेकिन उनके नाम से देव ट्रेडर्स गदाईपुरा रजिस्टर्ड है। उनके भाई भूपेंद्र किरार (Bhupendra Kirar) के नाम से देव ट्रेडिंग कंपनी छह नंबर चौराहा और भूपेंद्र की पत्नी रेणु किरार (Renu Kirar) के नाम से बड़ा गांव स्थित देव स्टील फर्म रजिस्टर्ड है। लोहा कारोबारी के यहां से क्रशर चलाने के दस्तावेज भी मिले हैं। इन्हें भी अधिकारियों ने जब्त कर लिया है। कार्रवाई में ज्वाइंट कमिश्नर यूएस बैस के अलावा मिक्की अग्रवाल, अजय ओझा, राजेश धाकड़, दीपा नरवरिया आदि अधिकारी शामिल थे।