भोपाल। आसमान में बादलो की बस्ती साफ नजर आ रही है। दिलों में दहशत तो सुबह से ही थी। मौसम विशेषज्ञों न चेतावनी भी जारी कर दी है। कहा है 32 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। नदी नाले पहले से ही भरे हुए हैं, अब तो बाढ़ भी सुनिश्चित है। मौसम वेज्ञानिकों के अनुसार मध्य प्रदेश के विदिशा, रायसेन, सीहोर, भोपाल, राजगढ़, होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, देवास, शाजापुर, अशोकनगर, श्योपुर, रीवा, सतना, अनूपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं गुना में भारी बारिश की संभावना है।
ओडिशा के बादल बरस रहे हैं, द्रोणिका नामक बादलों की बस्ती कहर बरसाएगी
मौसम विज्ञान भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि आज भोपाल, इंदौर और शहडोल संभाग में वारिश हो रही है। उत्तरी ओडिशा पर बना हुआ कम दबाव का सिस्टम आगे बढते हुए आज उत्तरी छत्तीसगढ पर छा गया है, जो रात्रि तक मध्यप्रदेश पर छा सकता है। साथ ही द्रोणिका (मानसूनी ट्रफ) भी बीकानेर, कोटा, जबलपुर तथा छत्तीसगढ के ऊपर छाये कम दबाव के क्षेत्र से गुजर रही है। इससे कहीं कहीं भारी एवं अतिभारी बारिश होने के आसार हैं।
बादलों से घिरा भोपाल, बारिश लगातार जारी
भोपाल में आज सुबह हुई बारिश की तेज बौछारों से पूरा शहर पानी-पानी हो गया है। अपरान्ह में भी बादलों के घटाटोप रहने और दिन में भी अंधेरा छा जाने से तीव्र वर्षा होने की आशंका है। इसी के साथ बर्षा की झडी शुरू हो गई। प्रदेश में नर्मदा, ताप्ती, बेतवा समेत कई छोटी-बडी नदियां उफान पर है, जिससे कई सडक मार्ग बाधित हो गए हैं।
कहां कितनी बारिश:
पिछले चौबीस घंटों के दौरान भी मंडला में भारी बारिश हुई है। मंडला जिले की बिछिया तहसील में 180 मिमी एवं मंडला शहर में 134 मिमी पानी बरसा है। इसके साथ ही मलाजखंड में 120 मिमी , करेली में 110 मिमी, सिवनी में 93.6 मिमी , मुरैना में 83 मिमी, नरसिंहपुर , गोटेगांव , केवलारी, लखनादोन में 70 मिमी घनसौर ,तेदुखेडा, अलीपुर, कन्नोद एवं अंबाह में 60 मिमी वर्षा हुई है। इस दौरान भोपाल शहर में 44.1 और उपनगर बैरागढ में 22.4 मिमी वर्षा दर्ज हुई है।
भोपाल में कई बस्तियों में पानी भरा
राजधानी में भारी बारिश से पंचशील नगर और नया बसेरा बस्ती में पानी भर गया है। भारी बारिश के चलते भदभदा डैम के तीन और कलियासोत के पांच गेट खोले गए हैं। कलियासोत के गेट खुलने के चलते कोलार के दामखेड़ा बी-सेक्टर में झुग्गियों में पानी भर गया। सूचना मिलने पर निगम अमला मौके पर पहुंचा और लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। भदभदा डैम का पैट भरने वाली कोलांश नदी में 5 फीट पानी चल रहा है, नदी का लेवल और बढ़ने की आशंका है।
बरगी डेम: 17 गेट खुले, नर्मदा किनारे बाढ़
नरसिंहपुर जिले में जोरदार बारिश का दौर जारी है। जबलपुर में बरगी के गेट खुलने से नर्मदा और सहायक नदियों का जल स्तर भी बढ़ रहा है। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सूचना जारी कर बताया है कि रविवार सुबह से बरगी डेम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। पानी छोड़े जाने की गति बढ़त पर है। वर्तमान में 17 गेट, 2.5 मीटर खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे जिले के प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 15-20 फीट तक जल स्तर आज देर शाम से सतत बढ़ने की संभावना है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वह प्रभावित नदी, नालों के तटवर्ती इलाक़ों से दूर रहें।
बंगाली बादलों ने ग्वालियर को तरबरत कर दिया
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से सक्रिय हुए सिस्टम के मप्र की ओर बढ़ने और ग्वालियर-चंबल संभाग में सक्रिय होने से शनिवार को ग्वालियर शहर में सितंबर के पहले सप्ताह में बारिश का सात साल का रिकार्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग ने यहां शनिवार को 55.6 मिमी बारिश दर्ज की। तेज बारिश के चलते शहर में कई जगह जलभराव की स्थिति बनी। मानसून के सीजन में अब तक 655.6 मिमी बारिश हाे चुकी है।
मुरैना, भिंड और दतिया में तेज बारिश, शिवपुरी में रिमझिम
मुरैना शहर में शनिवार सुबह 8 से 8.45 बजे तक और 9 से 9.30 बजे तक हुई तेज बारिश से पूरा शहर तरबतर हो गया। डेढ़ घंटे में 42 मिमी बारिश हुई। वहीं भिंड जिले में शहर काे छाेड़कर के मालनपुर, फूप, और मेहगांव में डेढ़ से दो घंटे तेज बारिश हुई। दतिया में रिमझिम के साथ सेंवढ़ा और भांडेर में एक घंटे तेज बारिश हुई। जिले में कुल 10 मिमी बारिश दर्ज हुई।
भीमगढ़ बांध के 9 गेट खोले गए
सिवनी (MP)। भीमगढ़ बांध के 9 गेट खोले गए। सिवनी में बीते 24 घंटे से लगातार भारी बारिश। बांध का जलस्तर 518 मीटर के पार जाने पर गेट खोले। वैनगंगा नदी पर बने भीमगढ़ बांध के गेट खोले गए। एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है भीमगढ़।