भोपाल। जब कोई व्यक्ति जनहित की राजनीति करता है तो वो दलों के दायरों से ऊपर निकल जाता है। उसे और उसके कामों को मृत्युउपरांत भी याद किया जाता है। भोपाल के सर्वमान्य नेता रहे स्व. बाबूलाल गौर के मामले में कुछ ऐसा ही हुआ। जब सीएम कमलनाथ मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया तो दिग्विजय सिंह ने इसे स्व. बाबूलाल गौर को समर्पित कर दिया। राजनीति में कुछ नेता श्रेय लूटने के लिए फर्जी शिलान्यास करते हैं, परंतु आज जो कुछ हुआ, यही मध्य प्रदेश की राजनीति की पहचान है। जो मध्यप्रदेश को पूरे देश से अलग और श्रेष्ठ बनाती है।
सबसे पहले शंकरदयाल शर्मा और बाबूलाल गौर को याद किया
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज यहां भोपाल की मेट्रो रेल परियोजना के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भोपाल से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री श्री गौर को नहीं भूला जा सकता। उन्होंने कहा कि आज श्री गौर होते तो वे सबसे ज्यादा प्रसन्न होते। (याद दिला दें कि केवल बाबूलाल गौर ही थे जो भोपाल में मेट्रो के लिए लगातार और गंभीरतापूर्वक प्रयास करते रहे जबकि वो ना तो नगरीय निकाय मंत्री थे और ना ही मेट्रो का श्रेय कभी भी उन्हे मिलने की उम्मीद थी।)
फिर कमलनाथ के लिए भी कसीदे पढ़े
उन्होंने कहा कि श्री गौर को सभी लोग 'बुलडोजर' कहते थे। आज वे दुनिया में नहीं पर श्री कमलनाथ के रूप में एक नया और उनसे बड़ा 'बुलडोजर' आ गया है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ की ओर संकेत करते हए कहा कि वे अगर कोई भी काम हाथ ले लें तो उसे पूरा करने से उन्हें कोई रोक नहीं सकता। श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश का सौभाग्य है कि राज्य को श्री कमलनाथ मुख्यमंत्री के तौर पर मिले हैं। वे पूरे दमखम से प्रदेश की रुकी योजनाओं को पूरा कर रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान शुरु हुई बारिश के संदर्भ में श्री सिंह ने कहा कि किसी भी नए काम में बारिश का होना बेहद शुभ माना जाता है।