भोपाल। नाव संचालन के लिए नियम फाइल में तैनात हैं और हादसों के बाद अधिकारियों की कुर्सी की रक्षा करते हैं परंतु भोपाल के तालाबों में नाव अभी भी जानलेवा खतरा बनी हुईं हैं। खटलापुरा घाट पर 11 युवाओं की मौत के बाद भी नियमों का पालन कराने कोई अधिकारी वोट हाउस की तरफ नहीं आया, नतीजा शनिवार को छोटे तालाब में एक नाव पलट गई। इसमें सवार तीन युवक गिर गए।
नई सूचना आई तो हड़कंप मच गया
शनिवार को फिर छोटे तालाब में एक नाव पलट गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के अफसर मौके पर पहुंचे जब तक नाव में सवार तीनों युवक तैरकर बाहर आ चुके थे। जहांगीराबाद पुलिस के मुताबिक शनिवार दोपहर करीब 1 बजे सूचना मिली कि छोटे तालाब में खटलापुरा घाट के पास एक नाव पलट गई। नाव में तीन लोग सवार थे। नाव पलटने की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और नगर-निगम अमले में हड़कंप मच गया।
मछुआरों की नाव थी, सभी तैरकर बाहर आ गए
सभी अफसर मौके पर पहुंचे तो पता लगा कि मछुआरों की नाव पलटी है। मछली पालन के ठेकेदार के तीन कर्मचारी मछलियों को दाना डालने के लिए जा रहे थे। अचानक दाने की बोरी फिसलने से नाव अनियंत्रित होकर पलट गई थी। नाव सवार तीनों तैरना जानते थे, डूबने से बच गए हैं। बताया गया है कि छोटे तालाब में मछलियों का ठेका है। ठेकेदार के कर्मचारी शिंभू साहनी, मुकेश साहनी और मघ्घू उर्फ मघन नाव से मछलियों को दाना डालने जा रहे थे। लेकिन उन्होंने नियमानुसार लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी।