लखनऊ। देवरिया जिला पंचायत के डीपीआरओ ओमप्रकाश पाण्डेय, सहायक पंचायत राज अधिकारी नित्यानंद, जीसी बाबू रामधनेश यादव, एडीओ पंचायत दीनानाथ व ठेकेदार ऋषिकेश तिवारी के खिलाफ बर्खास्त की गई महिला संविदा कर्मचारी से सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि सभी ने महिला का यौन शोषण करने की नियत से उसे बर्खास्त किया और फिर सामूहिक बलात्कार किया।
कंप्यूटर ऑपरेटर थी पीड़िता
पीड़िता ने तहरीर में लिखा है कि, वह स्वच्छ भारत मिशन के तहत सदर ब्लॉक में बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर काम कर रही थी। लेकिन हाल ही में लापरवाही का आरोप लगाकर उसे हटा दिया। इसके बाद विकास भवन के प्रधान सहायक रामधनेश यादव ने उससे संपर्क कियसा। राम धनेश ने उसे नौकरी पर दोबारा रखवाने का वादा करते हुए 16 अगस्त की शाम को एक सरकारी आवास में बुलाया।
बहाने से बुलाया, पहले से मौजूद थे आरोपी
वहां पर पहले से डीपीआरओ ओमप्रकाश पाण्डेय, सहायक पंचायत राज अधिकारी नित्यानंद, जीसी बाबू रामधनेश यादव, एडीओ पंचायत दीनानाथ व ठेकेदार ऋषिकेश तिवारी मौजूद थे। युवती के अनुसार सभी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने शोर मचाया तो उसे और उसके परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दी। देर रात को युवती को उसके गांव के बाहर सड़क पर छोड़ कर ये लोग फरार हो गए।
एसपी के आदेश पर दर्ज हुआ केस
घर पहुंचने पर युवती ने परिजनों को घटना की जानकारी दी। 2 सितंबर को कोतवाली में तहरीर दी, लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। पीड़िता ने एसपी से मुलाकात कर उन्हें मामले से अवगत कराया। साक्ष्य के तौर पर कुछ आडियो क्लिप भी उपलब्ध कराए। बताया जा रहा है कि आडियो में आरोपियों की आवाजें हैं। नौकरी पर रहते हुए ही भी आरोपीगण महिला संविदा कर्मचारी के साथ अश्लील हरकतें किया करते थे। आशंका जताई जा रही है कि महिला संविदा कर्मचारी का यौन शोषण करने की नियत से ही उसे सेवा से हटाया गया और फिर यह घटना कारित की गई। एसपी श्रीपति मिश्र के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने डीपीआरओ समेत 5 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।