ग्वालियर। पहले दिन से ही लापरवाही की भेंट चढ़ गई शासन की महत्वकांक्षी योजना। एक सितम्बर को हेल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर के तहत घर घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की जानी थी। लेकिन तीन दिन गुजरने के बाद भी स्वास्थ्य कर्मी एक घर तक नहीं पहुंच सके।
तीन दिन बाद अधिकारियों को हेल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर के तहत स्वास्थ्य कर्मियों को घर घर पहुंचाकर स्क्रीनिंग कराने की सुध आई। जिसके बाद अफसरों ने दिशा निर्देश जारी कर दिए। गौरतलब है कि शासन ने उपस्वास्थ्य केन्द्र को ही हेल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर का नाम दिया है। यहां पर तैनात एएनएम, आशा कार्यकर्ता घर घर जाकर लोगों की बीमारी की स्क्रीनिंग करेंगी। यदि किसी को गंभीर बीमारी निकलती है तो उसे सेन्टर लाकर इलाज शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ योगा क्लास माध्यम से भी इलाज किया जाएगा।
36 स्वास्थ्य केन्द्र बने हेल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर-
15 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, उटीला, पारसेन, बेहट, बरई, पाटई, वीरपुर, कुलैथ, शुक्लहारी, बिलौआ, पिछोर,सालवई, करियावटी, चीनोर, आंतरी, मोहनगढ़, तथा 9 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शंकरपुर, पंतनगर, ओहदपुर, हुरावली, हाथीखाना, बहोड़ापुर, पुरानी छावनी, गिरगांव, गुढ़ीगुढ़ा का नाका एवं 12 उप स्वास्थ् केन्द्र पनिहार, रेहट, घाटीगांव, सिमरिया, बेरजा, रनगंवा, बरेठा, अमरोल, देवीरीकला, करहिया, बुजुर्ग एवं टेकनपुर को हेल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर बनाया गया है।
15 प्राथमिक व 9 शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों पर एमबीबीएस डॉक्टर तैनात किए जाएगें तथा कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर की तैनाती भी अगले साल तक कर दी जाएगी। हर गुरुवार को उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक स्क्रीनिंग वाले मरीजों का इलाज करने पहुंचेगें। जांच व दवाएं उपलब्ध करवाईं जाएगीं। हैल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर पर निर्धारित मापदंड के अनुसार रंगाई पुताई की जाएगी। मरीजो ंके लिए प्रतिक्षालय, महिला पुरुष के लिए प्रथक शौचालय, पीने का पानी, विधुत व्यवस्था अच्छी होगी। योगा करवाया जाएगा।