इंदौर। मध्य प्रदेश के सबसे हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप कांड में गिरफ्तार की गईं महिला आरती दयाल एवं छात्रा मोनिका यादव को पलासिया थाना पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में दोनों हाथ जोड़कर खड़ी हो गईं। बोलीं, पुलिस परेशान करती है। दिन में 100-100 बार पूछताछ करते हैं। आधी रात को जगाते हैं।
रिमांड से बचने बीमारी की एक्टिंग
रविवार को पुलिस ने आरोपित आरती दयाल व मोनिका यादव को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने रिमांड पर सौंपा तो युवतियों के बहानेबाजी शुरू कर दी। थाने जाने के बाद मोनिका थाने में बेहोश हो गई, वहीं आरती ने पेट दर्द व उल्टी की शिकायत की। पुलिस ने दोनों को महिला पुलिस की निगरानी में एमवायएच पहुंचाया। वहां मोनिका बेहोशी का ढोंग करती रही, लेकिन इमरजेंसी वार्ड में ले जाते ही वह उठकर बैठ गई। डॉक्टरों से मोनिका ने कमर व गर्दन दर्द की शिकायत की। एमवायएच अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर के अनुसार, जांच में बीमारी नहीं पाई गई।
कोर्ट रूम से लाइव : शाम 4 बजे
आरोपित : जैसे ही आरती और मोनिका को जज के समक्ष पेश किया तो दोनों हाथ जोड़कर बोलीं-पुलिस परेशान कर रही है। दिनभर में 100 बार पूछताछ करते हैं। देर रात लॉकअप से बाहर निकालकर एक ही बात कई बार दोहराते हैं।
पुलिस : टीआई शशिकांत चौरसिया ने कहा- इन्होंने फर्जी आधार कार्ड बनवा रखे हैं। भोपाल, राजगढ़ व छतरपुर लेकर जाना पड़ेगा। कई बड़ी हस्तियों को ब्लैकमेल कर फायदा उठाया है। रोने का ढोंग करती हैं। बहुत शातिर ब्लैकमेलर हैं। पुलिस प्रताड़ित नहीं कर रही है।
वकील : आरोपितों के वकीलों ने भी विरोध कर कहा - मुख्य आरोपित तीन महिलाओं को जेल भेजा जा चुका है। आरती और मोनिका से मोबाइल, लैपटॉप जब्त हो चुके हैं। रिमांड अस्वीकृत किया जाए।
जज : जज अब्दुल्ला अहमद ने सुनवाई के बाद 27 सितंबर तक रिमांड स्वीकृत कर दिया।