इंदौर। मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा कि मुझे जीवन में विधायक, मंत्री, सांसद, पार्टी में पद के साथ ही जो भी मिला है, वह खजराना गणेश की ही देन है। इसके बाद मंत्री ने अपने पिता का गुणगान और खजराना गणेश पर किया गया एहसान गिनाना शुरू किया। कहा जब खजराना गणेश एक छोटे से कमरे में विराजित थे, तब मेरे पिता बेनी प्रसाद वर्मा ने ही मंदिर निर्माण के लिए सन 1971 में पुजारी भालचंद्र भट्ट को एक लाख रुपए की राशि दी थी, जो शायद मंदिर के लिए सबसे बड़ा दान था। उक्त राशि वर्तमान में 10 करोड़ के बराबर है।
खजराना गणेश की ध्वजा पूजन में चारों मंत्री उपस्थित रहे
विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में सोमवार को ध्वजा पूजन और गणेश पूजन के लिए प्रदेश सरकार के चार मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, तुलसी सिलावट, बाला बच्चन और जीतू पटवारी पहुंचे। चारों मंत्रियों ने भगवान गणेश का पूजन किया। इस मौके पर कलेक्टर लोकेश जाटव, मंदिर प्रशासक निगम आयुक्त आशीष सिंह मौजूद रहे। सभी मंत्रियों ने प्रदेश की सुख-संमृद्धि के लिए गजानन से कामना की।
दिग्विजय सिंह का पत्र गैर जरूरी
कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह द्वारा लिख गए पत्र को लेकर कहा कि मुझे तो उनका कोई पत्र नहीं मिला, लेकिन जो काम एक फोन पर हो सकता है, उसके लिए पत्र लिखने की जरूरत नहीं है। दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में जो काम अधूरे रह गए, वे उन्हें पूरा करवाना चाहते हैं। वे पत्र लिखने के बजाए फोन पर निर्देश देंगे तो काम जल्द होगा। पत्र लिखना विपक्ष का काम है, पार्टी के नेताओं का काम आदेश देना है।
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने खजराना गणेश के दर्शन के बाद कहा कि गजानन से प्रदेश की सुख और समृद्धि की कामना की है। शाजापुर में नदी में बच्चों के लापता होने पर चिंता जताते हुए उनके जल्द मिलने की उम्मीद जताई। वहीं एक कांग्रेस नेता द्वारा युवती के घर में घुसकर उसे धमकाने के मामले पर कहा कि पुलिस को बिना पार्टी को ध्यान में रखकर कार्रवाई करनी चाहिए। पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई करे।
गृह मंत्री बाला बच्चन
वहीं गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। कांग्रेस नेता द्वारा लड़की के घर में घुसकर हरकत मामले की मैं पुलिस अधिकारियों से जानकारी लूंगा। जनता की हिफाजत सरकार की प्राथमिकता है। मंत्री उमंग सिंघार द्वारा दिग्विजय के पत्र पर सवाल खड़ा किए जाने को लेकर कहा - मुझे इस प्रकार का कोई पत्र नहीं मिला है लेकिन सिंह प्रदेश ही नहीं देश के वरिष्ठ नेता हैं और कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार बेहतर तरीके से काम कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर जारी खींचतान पर बोले कि नया प्रदेश अध्यक्ष सत्ता और संगठन में सामंजस्य काबिज करेगा। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व ही प्रदेश अध्यक्ष का चयन करेगा।