भोपाल। ट्रेन से ऑनलाइन रिजर्वेशन अब मुश्किल होता जा रहा है। आईआरसीटीसी, ऐजेंट्स का नेटवर्क तोड़ने में असफल रही है और यात्रियों पर नए नियम लादते जा रही है। 17 सितम्बर से आईआरसीटीसी ने चुपके से एक नया नियम लागू कर दिया। इसके बाद जितने भी लोगों ने ऑनलाइन टिकट रद्द किए, कईयों का रिफंड नहीं आया। वो परेशान हो रहे हैं। नए नियम के मुताबिक ऑनलाइन रिजर्वेशन करने या कराने वाले यात्री को टिकट रद्द करने पर उनके रजिस्टर्ड मोबाइल पर एक ओटीपी आने लगा है। जब आप ओटीपी दर्ज करेंगे तभी रिफंड आएगा। पहले टिकट रद्द करते ही रिफंड सीधे खाते में आ जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
हजारों यात्रियों का रिफंड फंस गया
आईआरसीटीसी ने नए नियम को 17 सितम्बर से लागू कर दिया है, लेकिन इसकी जानकारी यात्रियों को नहीं दी गई, जिससे सैकड़ों यात्रियों का ऑनलाइन रिजर्वेशन का रिफंड फंस गया है। दरअसल, ऑनलाइन रिजर्वेशन के दौरान सही मोबाइल नंबर दर्ज न करने या फिर दूसरे का मोबाइल नंबर डालने से ओटीपी की जानकारी ही यात्रियों को नहीं लग रही है। वहीं कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें यात्रियों ने अपना मोबाइल नंबर तो दर्ज किया, लेकिन उसमें ओटीपी ही नहीं आया।
एजेंट से कराई टिकट, रिफंड मुश्किल
जो यात्री ऑनलाइन रिजर्वेशन टिकट एजेंट के माध्यम से कराते हैं। कई बार टिकट पर यात्रा न करने, वेटिंग टिकट होने या फिर ट्रेन छूटने जैसे मामलों में टिकट रिफंड कराई जाती है। अधिकांश यात्रियों को ओटीपी की अनिवार्यता की जानकारी नहीं है। जिन्हें है तो उनके दर्ज मोबाइल नंबर पर ओटीपी ही नहीं आ रहा है। वहीं यात्रा के दौरान मोबाइल में नेटवर्क न होने की वजह ओटीपी नहीं आ रहा है, जिस वजह से यात्री, एजेंट को ओटीपी नहीं दे पा रहा है।
यह है नियम
- नए नियम में ऑनलाइन टिकट लेते वक्त यात्री को अपना सही मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।
- दर्ज मोबाइल नंबर पर आईआरसीटीसी, ओटीपी और टिकट संबंधित जानकारी भेजेगा।
- टिकट, एप की मदद से ली गई हो या फिर एजेंट से दोनों में ही रिफंड नियम एक ही होंगे।
- रिफंड लेते वक्त यात्री के दर्ज मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, जिसे दर्ज करना होगा।
- इसके बाद ही रिफंड की प्रक्रिया स्वीकृत होगी और संबंधित खाते में शेष राशि आएगी।