जबलपुर। शहर के वकील मप्र हाईकोर्ट के वरिष्ठ जज संजय यादव को दूसरे प्रदेश के हाईकोर्ट में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर लामबंद हो गए हैं। जस्टिस संजय यादव को जबलपुर लाए जाने का विरोध शुरू हो गया है। यहां के वकीलों के सबसे बड़े संगठन मप्र हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने अन्य अधिवक्ता संघों के साथ संयुक्त बैठक कर सर्वसम्मति से इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया।
इस प्रस्ताव के आधार पर मप्र हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने सीजेआई रंजन गोगोई को पत्र लिखकर जस्टिस यादव का तबादला करने का आग्रह किया। मप्र हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने पत्र में सीजेआई से आग्रह किया कि जस्टिस यादव की कार्यप्रणाली से वकील काफी नाखुश हैं। उन की कार्यप्रणाली के चलते कई बार वकील हड़ताल, अदालत का बहिष्कार तक कर चुके हैं। पत्र में कहा गया कि जस्टिस संजय यादव के मप्र हाईकोर्ट का प्रशासनिक जज या एक्टिंग चीफ जस्टिस बनने की दशा में बार-बेंच में टकराव की स्थिति निर्मित हो सकती है।
यह है वकीलों के विरोध की वजह : जस्टिस संजय यादव, वर्तमान में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के तीसरे वरिष्ठतम न्यायाधीश हैं। चूंकि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उच्च न्यायालय के 2 वरिष्ठतम जजों आरएस झा व जेके माहेश्वरी को अन्य प्रदेशों के हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश की है। इसलिए वकीलों का मानना है कि उक्त दोनों जजों के जाने के बाद जस्टिस संजय यादव, मुख्यपीठ में एक्टिंग चीफ जस्टिस के रूप में कार्यभार संभालने की कतार में हैं। इसी संबंध में वकीलों के शिकायती पत्रों पर विचार के लिए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, जिला बार एसोसिएशन, मध्य प्रदेश हाईकोर्ट एडवोकेट्स बार एसोसिएशन व सीनियर एडवोकेट्स बार की संयुक्त मीटिंग बुलाई गई।