प्राची मिश्रा/सिहोरा। लापरवाही की वजह से बकरी चराकर घर लौट रहे ग्रामीण को एक नाबालिग ने ट्रक से रौंद दिया। जिसमें वृद्ध की घटनास्थल पर ही अत्यधिक खून बह गया जिसकी अस्पताल पहुंच कर मौत हो गई। नाबालिग चालक का पिता ट्रक का ड्राइवर है जो ट्रक को लेकर गांव आया था और गांव के ही स्कूल के पास ट्रक खड़ा करके घर चला गया, लेकिन ड्राइवर का नाबालिग बेटा ट्रक चलाना सीख रहा था और इसी लापरवाही में बकरी चराने वाला ट्रक के नीचे आ गया जिसमें वृद्ध की दर्दनाक मौत हो गई।
सिहोरा थाना के ग्राम हरदुआ कला में शाम करीब चार बजे ट्रक ड्राइवर शेख मुस्ताक ट्रक लाकर गांव के स्कूल के पास खड़ा करके घर चला गया था तभी ड्राइवर मुस्ताक का पुत्र शाहिल उर्फ मोनू (17वर्ष) आकर ट्रक चालू कर के मुख्य मार्ग की आ रहा था जबकि मृतक मंगल यादव (62वर्ष) निवासी ग्राम हरदुआ बकरी चरा कर घर लौट रहा था तभी ट्रक ड्राइवर शेख मुस्ताक का पुत्र शाहिद उर्फ मोनू ने ट्रक को लापरवाही पूर्वक चलाते हुए मंगल यादव के बाएं पैर को कुचलते हुए निकल गया घटना के बाद आरोपी नाबालिग ट्रक चालक फरार होते समय ग्राम के कई अन्य लोगों को भी ट्रक की चपेट में लेने की कोशिश करते हुए मौके से फरार हो गया । हालांकि इस घटना में मंगल सिंह सिहोरा सिविल अस्पताल पहुंचने के उपरांत मौत हुई , जबकि अन्य किसी लोगों को चोट नहीं आई घटना के बाद अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव पहुंच गया। ग्रामीणों ने घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए जाम लगाने की कोशिश की लेकिन पुलिस की समझाइश के बाद लोग मान गए और चक्का जाम नही कर पाए ।
ग्रामीणों के आक्रोश से देर शाम तक तनाव
वहीं इस घटना के बाद से पूरे ग्राम के लोग आक्रोशित रहे और देर शाम तक ग्रामीण ट्रक ड्राइवर और आरोपी पुत्र पर मामला दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे । जिसके बाद अन्य थानों के पुलिस बल भी मौके पर पहुंचने से स्थिति को काबू किया गया । जबकि रात तक पुलिस की दो गाड़ियां गांव में तैनात रही । वहीं शाम होने पर मृतक का पोस्टमार्टम नही हुआ जिसका पीएम दूसरे दिन सुबह किया जाएगा।
बूढ़ी मां को छोड़ गया मृतक
मृतक के परिवार में अन्य कोई सदस्य नही है जो परिवार का भरण पोषण कर सके । मृतक की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी थी , जिसकी चार बेटियां थी। जिनमें तीन बेटियों की शादी हो चुकी है एक बेटी की शादी होना बाकी है। मृतक अपनी 85 वर्षीय बुजुर्ग मां के साथ रहता था जो इसका एकमात्र सहारा था लेकिन वो भी आकस्मिक दुर्घटना में गुजर जाने के बाद मां का बुरा हाल है।