जबलपुर। रांझी थाना क्षेत्र के मड़ई में तीन किशोरियों का धर्म परिवर्तन (Religion change) कराने ले जाए जाने की आशंका को लेकर सुबह के वक्त हिंदू संगठन वहाँ पहुँच गए और उन्होंने जब पूछताछ की तो एक युवक जो कि किशोरियों के साथ था वह भाग निकला। इस मामले को लेकर विहिप एवं बजरंग दल (VHP and Bajrang Dal) ने हंगामा कर विरोध जताया। उनका कहना था कि मड़ई क्षेत्र में धर्म परिवर्तन हो रहा है और इस पर रोक लगाई जाए। उसके बाद तीनों किशोरियों को लेकर हिंदू संगठन के लोग रांझी थाने पहुँच गए। थाने पहुँच कर हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन एवं घेराव किया। उनका आरोप था कि ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जाए।
पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में जाँच का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। रांझी थाने में प्रदर्शन कर विरोध जताया गया कि किशोरियों को धर्म परिवर्तन के लिए ले जाया जा रहा है। जब इस मामले में किशोरियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि किशोरियाँ सरगुजा के कावर्धा की हैं। ये किशोरियाँ मुम्बई जा रहीं थीं। इनमें से एक किशोरी नर्स का काम करने वाली सरोजनी मार्को के यहाँ काम करती है। उनके बेटे के मेंटली रिटार्डेड होने के कारण वे 5 हजार रुपये देकर काम पर रखे हुए हैं।
अन्य दो किशोरियों के बारे में जानकारी मिली है कि वे मुम्बई में एक ब्यूटी पार्लर में काम करती हैं। जिस ब्यूटी पार्लर में काम करती हैं, उसके मालिक से मिस जैनी से भी मोबाइल से बात कराई गई। उसने भी इस बात की पुष्टि की है कि यह किशोरियाँ उनके पार्लर में काम करती हैं। उनके यहाँ काम करके वे अपने एवं परिजनों की आर्थिक मदद करती हैं। उनके यहाँ धर्म परिवर्तन जैसी कोई बात नहीं है।
इधर दूसरी तरफ विहिप एवं बजरंग दल के पंकज श्रीवात्री, सत्यम रैकवार, उमेश शुकला, सजय मिश्रा, रोहित ठाकुर आदि ने कहा है कि छत्तीसगढ़ से किशोरियों को लाकर मानव तस्करी एवं धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इस तरह की हरकतों पर रोक लगनी चाहिए।
मामला जाँच में वैसा नहीं निकला
हिंदू संगठनों ने धर्मपरिवर्तन का मामला बताया लेकिन यह मामला वैसा नहीं निकला है। जाँच अभी जारी है और किशोरियों के अभिभावकों को भी बुलाया गया है।