जबलपुर। हाईकोर्ट के आदेश के बाद शहर में यातायात को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है. प्रशासन की ये सख्ती शहर में बेलगाम भागते सवारी ऑटो (Auto) वालों को हजम नहीं हो रही है. प्रशासन की कार्यवाही से नाराज़ ऑटो चालकों (Auto driver) ने आर पार की लड़ाई का निर्णय ले लिया है. शहर के ऑटो चालकों ने आज अनिश्चिकालीन हड़ताल (Strike) का ऐलान कर दिया है.
जबलपुर में 10 हज़ार से अधिक ऑटो के पहिए आज से थम गए हैं. जिला प्रशासन, आरटीओ समेत यातायात विभाग की कार्यवाही और नियमों से परेशान होकर ऑटो चालकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का फैसला किया है. ऑटो चालकों की प्रमुख मांगों में परमिट के दायरे को 16 किलोमीटर से हटाना, कलर कोडिंग को हटाना और बेवजह चालान काटने से निजात पाना है. ऑटो चालकों की मानें तो प्रशासन की कड़ाई से अब वो दो जून की रोटी जुटाने के लिए भी मोहताज हो गए हैं. रूट निर्धारण हो जाने से अब वे एक ही रूट मे ऑटो चलाने को मजबूर हैं. न ही शहर में कोई ऑटो स्टैण्ड बनाया गया है, न ही ऑटो पार्क करने का शहर में कोई समुचित स्थान चिन्हित किया गया है. वहीं कई हज़ार ऑटो आज भी शहर में बिना परमिट के दौड़ रहे हैं.
ऑटो चालकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मुख्य रेल्वे स्टेशन और बस स्टैण्ड में दूर दराज़ इलाकों से आने वाले यात्रियों को कोई साधन नहीं मिल रहा है तो मेट्रो बसें भी खचाखच भरी हुई हैं. कई यात्रियों ने पैडल रिक्शे का भी सहारा लिया है, तो कई पैदल ही अपने गंतव्य की ओर चल दिए. आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरूआत करने वाले ऑटो चालकों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वे अन्य यातायात सेवाओं को भी बाधित करने के लिए मजबूर होंगे.