JU कुलसचिव की चाल: NSUI के पदाधिकारियों ने एक दूसरे को थप्पड़ मारे | GWALIOR NEWS

Bhopal Samachar
ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय (Jiwaji University) के कुलसचिव के केबिन में सोमवार को एनएसयूआई (NSUI) के 2 पदाधिकारी आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच बहस इस कदर बढ़ी कि दोनों ने एक दूसरे कॉलर पकड़ लिया फिर मारपीट भी हुई। कुलसचिव और दूसरे लोग कुछ देर तक तमाशा देखते रहे, फिर बीच बचाव किया। सारा विवाद एक कर्मचारी को लेकर हुआ। 

गोपनीय विभाग के कर्मचारी योगेन्द्र सिंह भदौरिया के कारण विवाद

गोपनीय विभाग में योगेन्द्र सिंह भदौरिया (Yogendra Singh Bhadauria) तैनात है। इनके स्थानांतरण (Transfer) को लेकर एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव भूपेन्द्र कंषाना (Bhupendra Kanshana) व जिला प्रदेश महासचिव शिवराज यादव (Shivraj Yadav) आमने- सामने आ गए। कंषाना ने ट्रांसफर करा दिया था, वो कर्मचारी को रिलीव कराना चाहते थे जबकि शिवराज यादव ट्रांसफर रद्द कराने की कोशिश कर रहे थे। दोनों के बीच कुलसचिव ने राजनीति की ऐसी चाल चली कि एनएसयूआई ही बदनाम हो गई। 

घटनाक्रम क्या हुआ

NSUI नेता भूपेन्द्र कंषाना व शिवराज यादव सोमवार शाम को कुलसचिव आईके मंसूरी से मिलने पहुंचे। कुलसचिव के कक्ष में अधिकारी व ईसी मेंबर भी बैठे हुए थे। भूपेन्द्र कंषाना का कहना था कि स्थानांतरण होकर रहेगा। जबकि शिवराज यादव ट्रांसफर निरस्त के लिए अड़े हुए थे। आपस में बात करते-करते दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। भूपेन्द्र कंषाना व शिवराज यादव ने एक दूसरे के कॉलर पकड़ लिए और मारपीट हो गई। एक दूसरे के बीच गाली गलौज हो गई। दोनों पक्षों के बीच बचाव किया। उसके बाद बाहर निकल आए। एनएसआई के जिला अध्यक्ष जीतू राजौरिया भी घटनाक्रम के दौरान मौजूद थे, लेकिन वह पूरे घटनाक्रम को देखते रहे।

छात्रों की समस्याएं उठाएं, कर्मचारियों का मामला जेयू का है

एनएसयूआई के पदाधिकारियों में हुई मारपीट की जानकारी मिलने के बाद कर्मचारी नेता भी पहुंच गए। मप्र विश्वविद्यालयीन कर्मचारी महासंघ के प्रांताध्यक्ष राकेश सिंह गुर्जर, अरविंद भदौरिया, राजेश नायक पहुंच गए। उन्होंने कुलसचिव से कहा कि छात्र नेताओं को छात्रों की समस्या से मतलब रखना चाहिए। कौन कर्मचारी कहां काम करेगा, यह कुलपति व कुलसचिव का क्षेत्राधिकार है। अगर छात्र नेता कर्मचारियों के मामले में बोलते हैं तो यह बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

रिलीव की मांग को लेकर गया था: कंषाना

भूपेन्द्र कंषाना, प्रदेश महासचिव एनएसयूआई ने कहा कि योगेन्द्र भदौरिया लंबे समय से एक ही शाखा में था। दो बार स्थानांतरण हो गया है। ईसी मेंबर, अधिकारी उसका स्थानांतरण रुकवाने के लिए आ जाते हैं। कर्मचारी को रिलीव कराने की मांग लेकर गए थे।

कर्मचारियों की बात रखने गया था: शिवराज यादव

शिवराज यादव, प्रदेश महासचिव एनएसयूआई ने कहा कि स्थानांतरण को लेकर कर्मचारियों ने मुझसे बात की थी। कर्मचारियों की बात रखने के लिए कुलसचिव के पास गया था। वहां पर मेरे साथ गाली गलौच की थी।

कुलसचिव की राजनीति

घटनाक्रम के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि इस सारे ड्रामे के पीछे कुलसचिव की राजनीति हो सकती है। उन्हे मालूम था कि NSUI के दोनों नेता एक ही कर्मचारी के समर्थन और विरोध में खड़े हो गए हैं। उन्होंने सारा मजमा लगाया और दोनों नेताओं को आपस में भिड़वा दिया। इतना ही नहीं कर्मचारी नेताओं को भी उन्होंने ही सूचना भिजवाई और इस सबके साथ उन्होंने एक मैसेज लाउड कर दिया कि यूनिवर्सिटी में राजनीति सिर्फ NSUI की नहीं चलेगी। 

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