माननीय मुख्यमंत्रीजी, में इक निष्कासित संविदा मलेरिया mpw हूं, जिसे जून 2017 में बीजेपी सरकार ने हटा दिया था। वो भी 10 साल से कार्य करवाने के बाद। उसी कड़ी में आपने हमारी मदद उस समय भी की थी जबआप सीएम नही थे। आपने कोर्ट केस लगवाने में हमारे लिए वकील की फीस भरी थी, जिसमे माननीय सैयद जाफर सर का भी सराहनीय सहयोग रहा लेकिन महोदय उसके बाद से आज तक हम सब निष्कसित मलेरिया mpw दर दर भटक रहे है।
आपने उस समय तो मदद कर दी जब आप सत्ता में नहीं थे, लेकिन अब सत्ता में आकर हमे भूल गए क्या आप। निसंदह आपकी सरकार अच्छे काम कर रही है। जिस कड़ी में आज 90% वेतन और NRHM के 700 निष्कासित कर्मचारी के वापसी के आदेश हुए लेकिन माननीय मेरा आपसे आँखों में आँशु लिए सिर्फ इक सवाल है कि जब स्वास्थ्य विभाग के 700 निष्कासित कम्रचारियों की वापसी के आदेश हो गए तो 770 मलेरिया mpw को क्यों छोड़ दिया गया।
90% और नियमितीकरण की बात आपके द्वारा रोज की जाती है लेकिन क्या आप ये भूल गए की बीजेपी 770 मलेरिया mpw के घर का चूल्हा बुझा कर गयी थी जिसके वापस जलने की आस अपने जगाई थी वो अब तक आपका इंतजार में है। 90% जिसे दिया उनका चूल्हा तो पहले से जल रहा है लेकिन क्या जिसके घर की चूल्हे बुझे पड़े है उनके कोई जिम्मेदारी नही है क्या।
अभी हम कोर्ट केस भी हार चुके है और विभाग बहुत जल्द हमे हटाने के आदेश जारी करेगा क्योंकि हम कोर्ट स्टे के कारण नौकरी पर थे लेकिन क्या आपके द्वारा बनाई गई नीति के किसी को नही हटाएंगे, हटाये गये को वापस लाएंगे, वाली नीति मलेरिया mpw के ऊपर लागू क्यों नही होती।
अगर होती है तो फिर हमें NRHM स्वास्थ्य विभाग के हटाये गये कर्मचारी की वापसी के साथ शामिल क्यों किया नही गया। अगर लागु होता है तो वापस सेवा समाप्ति का आदेश क्यों आने वाला है। अगर लागू है तो हमे 27 महीनों से वेतन क्यों नही दिया गया।
माननीय आपसे हाथ जोड़ आँखों में आँशु लिए निवेदनः है कि मलेरिया mpw की भी सुध लें हमे भी सम्मान का जीवन जीने का मौका दें। हमे भी NRHM स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के साथ वापसी करवायें और हमारे घर का चूल्हा भी वापस जलाए।
यही विनय है
प्रार्थी
समस्त संविदा निष्कासित मलेरिया mpw