भोपाल। इंदौर, भोपाल, खजुराहो, ग्वालियर, उज्जैन सहित मध्य प्रदेश में स्थित तमाम पुराने किले, महल, मंदिर और झील अब शादी के लिए किराए पर मिलेंगे। पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने हाल ही में कोलकाता में आयोजित इंटरनेशनल कम्यूनिटी ऑफ वेडिंग फ्रटनटि (आईसीडब्ल्यूएफ) के चौथे वार्षिक सम्मेलन में यह जानकारी दी। एमपीटी ने इसे मैरिज टूरिज्म का नाम दिया है।
मंत्री श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश के वर्तमान में अज्ञात या कम जाने जाने वाले किलों, महलों, मंदिरों और झीलों वाले स्थानों को विवाह पर्यटन यानी मैरिज टूरिज्म वाले स्थानों के रूप में प्रचार/ प्रसार की योजना बनाई जा रही है। इसमें इंटरनेशनल कम्यूनिटी ऑफ वेडिंग फ्रटनटि (आईसीडब्ल्यूएफ)अपनी मह्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। पर्यटन मंत्री ने इस दौरान आईसीडब्ल्यूएफ के साथ अनुबंध भी किया। मप्र पर्यटन निगम के जीएम जैमन मेथ्यू, ओएसडी विनोद अमर आदि मौजूद थे।
बॉलीवुड से यह रहे मौजूद
साथ ही बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध कला निदेशक नितिन देसाई से भी मंत्री बघेल ने प्रदेश में फिल्म पर्यटन को बढावा देने के लिए चर्चा की। वहीं, कार्यक्रम में मौजूद वेडिंग प्लानरों को खजुराहो और ओरछा के सौंदर्य और होटलों की सुविधाओं के बारे में बताते हुए मप्र आने का निमंत्रण भी दिया।
10 फीसदी बढ़ सकता है विश्व बाजार
मैरिज पर्यटन में इस बार 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद जताई गई है। वर्तमान में विश्व स्तर पर 60 यूएस मिलियन डॉलर का मैरिज पर्यटन उद्योग पनप चुका है।
विवाह पर्यटन से जुड़ी हैं यह हस्तियां
कार्यक्रम के दौरान विवाह पर्यटन उद्योग से जुड़ी प्रसिद्ध संस्थाएं और व्यक्तियों जैसे सबास जोसेफ, विजक्राफ्ट फॅार वेडिंग टूरिज्म एंड मेगा इवेंट्स, मारियो, प्रेसीडेंट एंड सीईओ (वर्ल्ड वाइड), लिबर्टी ग्रुप फॉर डेस्टिनेशन प्रमोशन एंड मार्केटिंग ऑफ मध्यप्रदेश से बघेल ने मुलाकात कर विवाह पर्यटन के प्रदेश के मार्केटिंग एवं प्रचार-प्रसार करने संबंधी विशेष रूप से चर्चा की।