यह एक सत्संगी ऑटो चालक और क्रोधित कार चालक की कहानी है। ऑटो चालक क्षमा करता है और आगे बढ़ता है, जबकि क्रोधित कार चालक गाली-गलौज करता है। इससे आपको सकारात्मक, नकारात्मकता का ज्ञान एवं क्षमा करने की शक्ति प्राप्त होगी।
कहानी - क्षमा क्यों मांगे
एक दिन एक व्यक्ति ऑटो से रेलवे स्टेशन जा रहा था। ऑटो चालक शांत गति से ऑटो चला रहा था। अचानक, एक कार पार्किंग से निकलकर सड़क पर आ गयी। ऑटो चालक ने तुरंत ब्रेक लगाया और कार टकराते-टकराते बची। कार चालक, गलती के बावजूद, ऑटो चालक को गालियां देने लगा। ऑटो चालक, जो एक सत्संगी था, ने क्षमा मांगी और आगे बढ़ गया।
ऑटो में बैठे व्यक्ति को कार चालक का व्यवहार देखकर गुस्सा आ गया। उसने ऑटो चालक से पूछा कि उसने बिना कुछ कहे कार चालक को क्यों जाने दिया। ऑटो चालक ने कहा कि कई लोग "गार्बेज ट्रक" (Garbage Truck) की तरह होते हैं। वे अपने दिमाग में क्रोध, घृणा, चिंता, निराशा जैसे नकारात्मक विचारों को इकट्ठा करते हैं। जब ये विचार बहुत अधिक हो जाते हैं, तो वे दूसरों पर निकालने का मौका ढूंढते हैं।
ऑटो चालक ने कहा कि वह ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखता है। उन्हें मुस्कुराकर अलविदा कहना बेहतर है। यदि वह उनका "कूड़ा" स्वीकार करेगा, तो वह भी एक "कूड़े का ट्रक" बन जाएगा और अपने आसपास के लोगों को भी नकारात्मकता से प्रभावित करेगा।
नैतिकता:
- जीवन में सकारात्मक विचारों को महत्व दें।
- नकारात्मक लोगों से दूरी बनाए रखें।
- क्षमा करना और आगे बढ़ना सीखें।