भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने एक बार फिर 'भगवा' पर निशाना साधा है। मंगलवार को भोपाल में संत समागम में उन्होंने कहा है कि पूरे देश में मठ-मंदिरों को राजनीतिक अड्डा बनाए जाने की कोशिशें हो रही हैं। मंदिरों में दुष्कर्म (रेप) हो रहे हैं। भगवाधारी दुष्कर्म कर रहे हैं और चूरन बेच रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा सनातन धर्म को बदनाम करने वालों को ईश्वर माफ नहीं करेगा।
मठ-मंदिरों को राजनीतिक अड्डा बनाने की कोशिश हो रही है
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में संत समागम में आए दिग्विजय सिंह ने धर्म के नाम पर किए जा रहे ढकोसले पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि पूरे देश में इन दिनों मठ-मंदिरों को राजनीतिक अड्डा बनाने की कोशिश की जा रही है, जो खतरनाक है। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा साधु-संतों के वेश में भगवाधारी मंदिरों में दुष्कर्म कर रहे हैं। आज के दौर में भगवा वस्त्र पहनकर चूरण बेचने का काम हो रहा है। सनातन धर्म को बदनाम करने वाले ऐसे लोगों को ईश्वर माफ नहीं करेगा।
मंदिरों को दिया जाए पट्टा
दिग्विजय सिंह ने कहा जितने भी धार्मिक स्थान सरकारी ज़मीन पर बने हैं। उनकी ज़मीन का पट्टा मठों और मंदिरों को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कमलनाथ सरकार के कामों की तारीफ़ की। उन्होंने कहा पिछली सरकार ने आनंद विभाग बनाया था लेकिन कमलनाथ सरकार ने धर्मस्व और आध्यात्म विभाग बनाया। उन्होंने कहा प्रदेश में जितनी भी संस्कृत पाठशालाएं चल रही हैं उनकी देखरेख और व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार को अपने हाथ में लेना चाहिए।
जय श्रीराम नहीं जय सियाराम बोलें
दिग्विजय सिंह ने संत सम्मेलन में बीजेपी के 'जय श्रीराम' के नारे का जबाव दिया। उन्होंने संतों से कहा कि 'जय श्रीराम' की जगह 'जय सियाराम' का नारा लगाएं।