भोपाल। तीन मानसूनी सिस्टम के सक्रिय रहने से प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी है। उधर, दो सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने से तीन सितंबर से कहीं-कहीं भारी बारिश होने की भी संभावना है। सितंबर के पहले सप्ताह प्रदेश भर में बारिश होने के आसार बने रहेंगे।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में अभी तक 911.5 मिमी बरसात हो चुकी है, जो कि सामान्य (763.0 मिमी.) से 19 फीसदी अधिक है। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को खंडवा में 242 मिमी. बरसात हुई। इससे वहां नदी-नाले उफान पर आ गए और निचले इलाकों में पानी भर गया।
उधर, शनिवार सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक प्रदेश के खंडवा में 28, इंदौर में 19, नौगांव में 13, ग्वालियर में 8.8, जबलपुर में 8.6, धार में 6, टीकमगढ़ में 3, उज्जैन, सागर और पचमढ़ी में 1 मिमी. बरसात हुई। मौसम विज्ञानी अभिजीत कुमार ने बताया कि वर्तमान में एक कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी मप्र और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर बना हुआ है। मानसून ट्रफ अनूपगढ़, अलवर, ग्वालियर, बांदा, अंबिकापुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इसके अतिरिक्त अरब सागर और उससे लगे गुजरात पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है।
इन तीन सिस्टम के सक्रिय होने से बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से बड़े पैमाने पर नमी आने का सिलसिला जारी है। इससे प्रदेश के विभिन्ना क्षेत्रों में बौछारें पड़ने का सिलसिला चल रहा है। अभिजीत के मुताबिक 2 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके प्रभाव से 3 सितंबर से पूरे प्रदेश में बरसात की गतिविधियों में तेजी आएगी। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की भी संभावना रहेगी।