नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत को धमकी दी है। उसने वैश्विक मंच से खुलेआम कहा कि एक बार फिर पुलवामा जैसा हमला होगा। कश्मीर से कर्फ्यू हटते ही खून-खराबा होगा। बता दें कि अब तक पाकिस्तान की सरकारें आतंकवादियों को पैसा और हथियार देकर कश्मीर में भेजती रहीं हैं। इमरान खान के खुले बयान ने साबित कर दिया कि पाकिस्तान एक बार फिर कश्मीर में खून-खराबा की तैयारी किए बैठा है।
सर्जिकल स्ट्राइक में 350 आतंकियों को मारने का दावा गलत था
इमरान खान ने कहा कि भारत ने कश्मीर में यूएन के प्रस्ताव के खिलाफ काम किया। कश्मीर पर बिना सोच-विचारे फैसला लिया गया। कश्मीर से कर्फ्यू हटते ही खून-खराबा होगा। इमरान ने कहा कि पुलवामा हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। भारत ने हमले के सबूत देने के बजाय हम पर बम बरसाए। उन्होंने कहा कि भारत ने 350 आतंकवादियों को मारने का दावा किया, जो पूरी तरह झूठ है।
9/11 से पहले सबसे ज्यादा आत्मघाती हमले हिंदुओं ने किए
इमरान ने कहा कि हमने भारत का पायलट लौटा दिया लेकिन इसे उन्होंने कमजोरी के रूप में लिया। इमरान ने अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका में 9/11 हमले से पहले दुनिया में सबसे ज्यादा सुसाइड अटैक तमिल टाइगर्स ने किए लेकिन इसके लिए किसी ने हिंदू धर्म को जिम्मेदार नहीं माना।
मुस्लिम, इस्लाम और इस्लामोफोबिया पर फोकस
पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि हमने सत्ता में आते ही देश की शांति के लिए काम किया। मुजाहिद्दीन अमेरिका की मदद से तैयार हुए। हमने आतंक के खात्मे के लिए कदम उठाए।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 71 बार मुस्लिम, इस्लाम और इस्लामोफोबिया का जिक्र किया, जबकि 28 बार आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया।
इन शब्दों का मकड़जाल
इमरान खान के भाषण में पाकिस्तान और कश्मीर शब्द 25 बार आए, जबकि भारत शब्द का इस्तेमाल 17 बार हुआ। इसके अलावा इमरान खान ने 14 बार मनी, 11 बार 9/11 हमला, 12 बार मोदी, 12 बार आरएसएस, 8 बार यूएन, 6 बार अफगानिस्तान, 6 बार हिंदू, 6 बार अल्पसंख्यक, 10 बार मानवाधिकार, 6 बार वाटर और ग्लेशियर, 5 बार कर्फ्यू, 5 बार खूनखराबा, 2 बार शांति, 3 बार युद्ध, 2 बार परमाणु बम, 2 बार बलोचिस्तान, दो बार पुलवामा, एक बार रोहिंग्या मुस्लिम, एक बार अभिनंदन, एक बार बालाकोट, एक बार कुलभूषण जाधव समेत अन्य शब्दों का इस्तेमाल किया।
15 मिनट का समय मिलता है, 50 मिनट तक बोलता रहा
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में सभी नेताओं को अपनी बात रखने के लिए 15 मिनट का समय दिया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका पालन किया, वहीं पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने समय सीमा को ताक पर रख कर करीब 50 मिनट तक भाषण दिया।