न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अपनी सात दिवसीय यात्रा खत्म कर भारत के लिए रवाना हो चुके हैं। इससे पहले उन्होंने पूरी दुनिया से आतंक के खिलाफ खड़ा होने का आह्वान किया। मौका था संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र का। दुनिया के इस सबसे बड़े मंच से पीएम मोदी ने भारत और उसकी हजारों साल की परंपरा का बखान किया। पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं, बुद्ध दिया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिंदी में संबोधित किया
पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को हिंदी में संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने आतंक के खिलाफ पूरी दुनिया को एकजुट होने का आह्वान किया। पीएम मोदी के भाषण के मुख्य बिंदु भारत की विरासत, परंपरा, सरकार की तरफ से किए गए विकास कार्यों और पर्यावरण रहे, वहीं जब पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने भाषण दिया तो युद्ध का राग अलापा।
आतंक के खिलाफ दुनिया को जुटना होगा
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि आतंक के खिलाफ दुनिया का एकजुट होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को हमेशा भाईचारे और शांति का संदेश दिया है। इस दौरान पीएम मोदी ने महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद और कवि कणियन पूंगुन्ड्रनार के संदेशों को जिक्र किया। अपने भाषण में पीएम मोदी ने ग्लोबल वार्मिंग और सिंगल यूज प्लास्टिक और टीबी का भी जिक्र किया।
भारत की सरकारी योजनाएं बताईं
यूएन के मंच से भारत सरकार की योजनाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम जल संरक्षण को बढ़ावा दने वाले हैं। 15 करोड़ घरों को पानी की सप्लाई से जोड़ा जाएगा। एक विकासशील देश होने के बावजूद भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम चलाता है। पांच सालों में भारत सरकार ने 11 करोड़ शौचालय बनवाए जिससे लोगों की जिंदगी में अहम बदलाव देखने को मिले हैं। इसके साथ ही उन्होंन कहा कि भले ही दुनिया ने टीबी से मुक्ति पाने के लिए साल 2030 तक समय रखा हो लेकिन हम 2025 तक भारत को टीबी से मुक्त करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
प्लास्टिक बात की, कश्मीर का जिक्र तक नहीं किया
प्रधानमंत्री ने कहा, ''मैंने यहां संयुक्त राष्ट्र के भवन में प्रवेश करते हुए एक दीवार पर लिखी अपील पर गौर किया कि संयुक्त राष्ट्र से एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक से मुक्त बनने को कहा गया है।” उन्होंने कहा, “मुझे इस महान सभा को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आज जब मैं आपको संबोधित कर रहा हूं, भारत को एकल प्रयोग प्लास्टिक से मुक्त बनाने के लिए पूरे देश में एक बड़ा अभियान शुरू हो गया है।” पीएम मोदी के इस कथन में हॉल तालियों से गूंज गई। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने कश्मीर का कोई जिक्र नहीं किया।
इमरान खान ने परमाणु युद्ध की धमकी दी थी
उधर यूएन में अपना पहला भाषण दे रहे पाक के पीएम इमरान खान ने परमाणु युद्ध का राग अलापा। इसके साथ ही कश्मीर के मुद्दे पर भी खूब बोला। इमरान खान ने कहा कि दोनों देश परमाणु संपन्न हैं। अगर दोनों टकराते हैं तो इसके नतीजे सीमाओं से परे जाएंगे। इमरान ने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ तो कुछ भी हो सकता है।
15 मिनट का समय मिला था 50 मिनट तक बोलता रहा
अंतरराष्ट्रीय मंच पर जाकर भी युद्ध का राग अलापने से परहेज न करने वाले इमरान खान ने तय अवधि से ज्यादा समय तक भाषण दिया। दरअसल यूएन में एक नेता को अपनी बात रखने के लिए 15 से 20 के बीच का समय मिलता है लेकिन इमरान खान ने टाइम लिमिट का लिहाज किए बगैर करीब 50 मिनट तक भाषण दिया।