नई दिल्ली। पाकिस्तान के साथ युद्ध का वक्त नजदीक आता नजर आ रहा है। पाकिस्तान के नेता एक तरफ शांति की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ परमाणु युद्ध की धमकियां दे रहे हैं। बयानबाजी के इतर पाकिस्तान मोर्चाबंदी भी कर रहा है। सीमा पर तोपें और लड़ाकू विमान भेजने के बाद उसने 2000 सैनिकों की फौज भेज दी है।
आतंकी संगठनों में बड़े पैमाने पर भर्ती चल रहीं हैं
बताया जा रहा है कि बाघ और कोटली सेक्टर में 2000 से ज्यादा सैनिकों को तैनात किया है। यह स्थान नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित है। भारतीय सेना के सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि इन सैनिकों को बैरकों से निकालकर एलओसी के 30 किलोमीटर के दायरे में तैनात किया गया है। भारतीय सेना पाकिस्तान के इस मूवमेंट पर करीब से नजर रखे हुए है। पाक ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब उसके आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद ने स्थानीय और अफगानों की बड़े पैमाने पर भर्ती करनी शुरू कर दी है।
लद्दाख के पास युद्ध विमान तैनात हैं
ज्ञात हो कि पाकिस्तान ने पहले ही गिलगित बाल्टिस्तान में स्थित स्कर्दू हवाई अड्डे पर अपने जेएफ-17 युद्ध विमानों को तैनात कर दिया है। यह हवाई अड्डा लद्दाख के नजदीक है। भारतीय खुफिया एजेंसियां पाकिस्तानी सेना की इन गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, तनाव के बीच पाकिस्तानी सेना लद्दाख के नजदीक स्थित अपनी अग्रिम चौकियों पर भारी हथियार और सैन्य साजो-सामान को एकत्रित कर रही है। पाकिस्तानी वायुसेना के तीन सी-130 हरक्यूलस परिवहन विमानों ने सैन्य साजो-सामान को गिलगित बाल्टिस्तान में स्कर्दू हवाई अड्डे पर पहुंचाया।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने अग्रिम मोर्चे पर जो साजो-सामानों पहुंचाया है उसका उपयोग युद्ध के दौरान लड़ाकू विमानों की सहायता के लिए किया जाता है।