इंदौर। चर्चित पिनेकल ड्रीम घोटाले (Pinnacle Dream Scam) में दो वर्षों से फरार पांच हजार रुपए के इनामी कंपनी रजिस्ट्रार को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के खिलाफ विजय नगर और लसूड़िया थाने में कई केस दर्ज हैं। फरारी के दौरान आरोपित सराय, गुरुद्वारा, मठ और मंदिरों में ठहरता था। पांच दिन पूर्व भी विजय नगर पुलिस ने इसी घोटाले में बिल्डर दीपक कालरा (Builder Deepak Kalra) के विरुद्ध केस दर्ज किया था।
क्राइम ब्रांच एएसपी अमरेंद्र सिंह के मुताबिक, करीब दो वर्ष पूर्व पिनेकल ड्रीम घोटाले में लसूड़िया थाना पुलिस ने बिल्डर आशीष दास और पुष्पेंद्र वडेरा (Builder Ashish Das and Pushpendra Vadera) सहित कंपनी रजिस्ट्रार कपिल अग्रवाल (Registrar of Companies Kapil Aggarwal) के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस ने आशीष को पकड़ लिया लेकिन पुष्पेंद्र और कपिल फरार हो गए। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया और क्राइम ब्रांच को पकड़ने के निर्देश दिए। शुक्रवार को पुलिस ने कपिल पिता विशंभरदास अग्रवाल निवासी प्रीति परिसर उज्जैन को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वह पुष्पेंद्र वडेरा का दोस्त है। वर्ष 2007 से आशीष दास की कंपनी दास एंड कंपनी में नौकरी करने लगा। फिल्म डायरेक्टर वासु भगनानी (Director Vasu Bhagnani) पिनेकल ग्रुप के नाम से कंस्ट्रक्शन कार्य करते हैं। आशीष की उनसे पहचान होने के कारण उसने इंदौर में पिनेकल ड्रीम के नाम से प्रोजेक्ट शुरू किया और जयश्री महाकाल देवकॉन कंस्ट्रक्शन ( Jayashree Mahakal Devcon Construction) कंपनी बना ली। आरोपित कपिल उसमें भी कंपनी रजिस्ट्रार के रूप में नौकरी करने लगा था। विक्रय पत्र, अनुबंध आदि पर कपिल ही हस्ताक्षर करता था। एएसपी के मुताबिक, मामले में पुष्पेंद्र की तलाश की जा रही है।