ग्वालियर। हत्या जैसे गंभीर अपराध में, जेल में बंद कैदियों को किस तरह के वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाते हैं, यह मामला इसका सबूत है। संदीप अग्रवाल हत्याकांड के आरोपी रोहित सेठी के साथ पुलिस प्राइवेट कार से उत्तराखंड गई। मसूरी के होटल में उनकी गर्लफ्रेंड के साथ हनीमून मनवाया। लोगों ने बताया कि वो एडिशनल एसपी है। ऐसा एक बार नहीं बल्कि कई बार हुआ। जांच में 2 बार होने के रिकॉर्ड मिले हैं। एसपी नवनीत भसीन ने आरआई देवेंद्र सिंह जाट, प्रधान आरक्षक त्रयंबक राव सहित 5 सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है।
संदीप अग्रवाल हत्याकांड में आरोपी है रोहित सेठी
एसपी नवनीत भसीन ने यह कार्रवाई डीएसपी लाइन की जांच के बाद की है। आरआई ने हार्डकोड क्रिमिनिल रोहित सेठी को मुंबई की गर्लफ्रेंड के साथ एक ही कमरे रुकवाने की जानकारी होने के बाद भी हवलदार त्रयंबक राव की अगुवाई में दूसरी बार उसे पेशी पर भेजा था। उल्लेखनीय है कि इंदौर के बहुचर्चित संदीप अग्रवाल हत्याकांड में शातिर बदमाश रोहित सेठी को पकड़ा गया था। इसकी आपराधिक गतिविधियों व सुरक्षा की दृष्टि से अंतरराज्यीय बदमाश को ग्वालियर की सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। कोर्ट के आदेश पर रोहित सेठी को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच देहरादून पेशी पर भेजा जाता है।
प्रधान आरक्षक त्रयंबक राव टीम लीड कर रहे थे
कोर्ट के आदेश पर पुलिस लाइन में पदस्थ प्रधान आरक्षक त्रयंबक राव के नेतृत्व में आरक्षक जितेंद्र, अनिल, संजय व अमित को रोहित सेठी को देहरादून पेशी पर भेजा गया था। पुलिसकर्मियों ने रोहित सेठी को देहरादून में पेशी कर वापस सेंट्रल जेल को सौंप दिया। दूसरी बार 8 जुलाई को भी रोहित सेठी को पेशी पर ले जाने का दायित्व आरआई ने त्रयंबकराव को सौंपा था।
गर्लफ्रेंड ने होटल में हंगामा किया, तब हनीमून का राज खुला
पेशी से लौटने के 20 दिन बाद इंदौर मीडिया में खुलासा हुआ कि रोहित सेठी ने अपनी मुंबई की गर्लफेंड के साथ मसूरी स्थित होटल चिमनी हाउस के कमरा नंबर 3 में रुका था। गर्लफ्रेंड की हीरे की अंगूठी में बाथरूम में गुम होने पर इन लोगों ने हंगामा कर दिया। होटल के स्टाफ के साथ मारपीट भी की। देहरादून पुलिस ने फर्जी पुलिस के संदेह में पकड़ा था।
आरआई देवेंद्र सिंह जाट को सब पता था
देहरादून के एसआई महावीर सिंह ने रोहित सेठी को पेशी पर लेकर गए जवानों के पुलिस लाइन में पदस्थ होने की पुष्टि करने के बाद पूरे घटनाक्रम से आरआई को अवगत कराया था लेकिन आरआई इस जानकारी को वरिष्ठ अधिकारियों को बताने की बजाए दबा गए। यह मामला सामने आने पर एसपी ने डीएसपी लाइन को जांच सौंपी। जांच में रोहित सेठी को पेशी पर ले जाने वाले जवानों को मोबाइल लोकेशन निकाली गई। इसके साथ ही आरआई के मोबाइल की सीडीआर भी निकाली गई। इसके बाद जवानों के बयान लिए गए।
दस्तावेज में 7, असल में 6 सिपाही ही गए थे
प्रधान आरक्षक त्रयंबक राव के साथ लाइन में छह सिपाहियों की रवानगी पड़ी थी लेकिन केवल पांच सिपाही ही रोहित सेठी को देहरादून लेकर गए थे। सात सदस्यीय टीम की पुलिस लाइन में रवानगी व आमद हुई, लेकिन एक सिपाही देहरादून तक गया ही नहीं।
प्राइवेट कार से गए, ऋषिकेश भी रुके
मोबाइल लोकेशन से खुलासा हुआ कि पेशी पर रोहित सेठी को ट्रेन से ले जाने की बजाए प्राइवेट गाड़ी से लेकर गए थे। यह लोग ऋषिकेश में भी रुके थे।
पुलिस टीम ने हत्यारोपी को पुलिस अधिकारी बताया
देहरादून पेशी करने के बाद यह लोग मसूरी पहुंचे। होटल चिमनी हाउस में इन लोगों ने शातिर बदमाश को पुलिस का बड़ा अधिकारी बताया। होटल के स्टाफ ने इसलिए भरोसा कर लिया कि रोहत के साथ जवान वर्दी में थे। और इनके पास सरकारी हथियार भी थे। इसी होटल में पहले भी रुक चुके थे।
आरआई देवेंद्र सिंह जाट ने मामला छुपाया या प्लान कराया
आरआई देवेंद्र सिंह पर पूरी जांच में बड़ा सवाल यह है कि उन्होंने पूरी घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को क्यों नहीं दी? और फिर दूसरी बार भी हवलदार त्रयंबक राव को रोहित सेठी को पेशी पर लेकर क्यों भेजा? इन्हीं 2 सवालों का जवाब नहीं मिलने पर निलंबित किया गया।
त्रयंबक राव संदिग्ध पुलिस अधिकारी
गश्त के ताजिया पर त्रयंबक राव के साथ सिपाही की गश्त के ताजिया पर बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसमें त्रयंबक राव की जांच हुई थी।