ग्वालियर। घर से छोटे भाई को स्कूल छोड़ने निकली दो बहनें भाई सहित लापता हो गई हैं। घटना बुधवार सुबह 7.45 बजे शताब्दीपुरम में नील फाउंडेशन स्कूल के पास की है। बच्चों के संदिग्ध हालात में लापता होने के बाद पुलिस ने तत्काल तलाश शुरू करते हुए स्कूल के आसपास CCTV कैमरे देखे, तो पहली फुटेज स्कूल से 100 मीटर की दूरी पर एक मोड़ की मिली है।
बच्चे स्कूल की तरफ न जाते हुए टेंपो स्टैंड की ओर मुड़ गए हैं। जब यह साफ हुआ कि बच्चे खुद ही कहीं गए हैं तो पुलिस ने उसी रूट पर सीसीटीवी देखने शुरू किए। 7 जगह सीसीटीवी में बच्चे दिखे हैं। भिंड रोड से ऑटो में सवार होकर गोला का मंदिर, वहां पर ऑटो बदलकर स्टेशन पहुंचे। आखिरी फुटेज में स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक से पोर्च पर चढ़कर अंदर जाते दिख रहे हैं। एक भी फुटेज में कोई चौथा सदस्य उनके साथ नहीं दिखा है।
यह है घटनाक्रम
मूलता भिंड के जौरी गांव निवासी प्रेम नारायण पुत्र हरिनारायण शर्मा (Prem Narayan son Harinarayan Sharma) किसान है। प्रेम के तीन बच्चे बेटी वैष्णवी (14), वैशाली (11) बेटा आर्यन (7) (Vaishnavi , Vaishali Aryan) हैं। बच्चों को बेहत्तर भविष्य देने के लिए प्रेम नारायण इसी वर्ष गांव से ग्वालियर शहर आए। वह महाराजपुरा के शताब्दीपुरम में अपने बहनोई सुरेन्द्र शर्मा के घर में ही किराए से रहने लगे। बेटे का एडमिशन कुछ ही दूरी पर नील फाउंडेशन स्कूल में कराया है। बेटा आर्यन कक्षा 2 का छात्र है, बेटियों को शासकीय स्कूल में भर्ती कराया है।
बुधवार सुबह रोज की तरह प्रेम की दोनों बेटियां 7.45 बजे घर से छोटे भाई आर्यन को स्कूल छोड़ने निकली थीं। रोज 15 से 20 मिनट में दोनों वापस आ जाती थीं, लेकिन वह नहीं लौटीं तो पिता प्रेम नारायण उनकी तलाश में निकले। स्कूल के आसपास पता किया। फिर स्कूल पहुंचे तो पता चला कि आर्यन स्कूल ही नहीं आया। वैष्णवी, वैशाली व आर्यन तीनों ही लापता हैं। तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। एक ही परिवार के 3 मासूम बच्चों के लापता होने का पता चलते ही पुलिस अफसर व महाराजपुरा थाना प्रभारी आसिफ मिर्जा हरकत ने तत्काल बच्चों की तलाश शुरू की।
यहां मिले फुटेज
फुटेज-1
बच्चों के घर से स्कूल जाने वाले रास्ते पर सीसीटीवी की तलाश शुरू की। स्कूल से 100 मीटर की दूरी पर भाजयुमो नेता ज्ञानेन्द्र सिंह के घर सीसीटीवी कैमरे में फुटेज मिली है। बच्चे स्कूल की तरफ न जाते हुए पहले ही कॉर्नर से टेंपो स्टैंड की ओर टर्न किए हैं।
फुटेज-2
भिंड रोड से एक ऑटो में तीनों बच्चे चढ़ते हुए दिखे। फुटेज काफी दूर से आई है, इसलिए ऑटो का नंबर स्पष्ट नहीं दिख रहा।
फुटेज-3
पुलिस भिंड रोड से गोला का मंदिर पहुंची। यहां कैमरे चेक किए तो गोला का मंदिर पर ऑटो से बच्चे उतरते दिखे।
फुटेज-4
गोला का मंदिर पर रास्ता पार कर तीनों बच्चे ऑटो बदलकर दूसरी ऑटो से रेसकोर्स रोड की तरफ जाते दिखे।
फुटेज-5
पुलिस ने इस रोड पर फुटेज देखे तो बस तिराहा पर दिखने के बाद तीनों बच्चे स्टेशन की ओर जाते दिखे।
फुटेज-6
बच्चों की आखिरी लोकेशन स्टेशन बजरिया से स्टेशन प्लेटफार्म नंबर एक की तरफ पोर्च पर चढ़ते दिखी है।
बच्चों के लापता होने के बाद से उनके माता-पिता का बुरा हाल है। बच्चों के पिता प्रेम नारायण ने बताया कि उसकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। न ही बच्चों के पास रुपए हैं जिस कारण वह कहीं आ जा सकें। उन्हें संदेह है कि उसके बच्चों को कोई बहला-फुसलाकर ले जा रहा है। नहीं तो बच्चे अपने आप कहीं नहीं जा सकते।
जितनी भी जगह फुटेज पुलिस को मिली हैं। सभी जगह तीनों बच्चे अपनी मर्जी से आते-जाते दिखे हैं। पहले स्पॉट वह खुद स्कूल न जाते हुए दूसरा रास्ता लेते हैं। ऑटो को रोककर खुद सवार होते हैं। गोला का मंदिर पर ऑटो बदलकर दूसरी ऑटो से स्टेशन पहुंचना फिर स्टेशन के अंदर दाखिल होना। अभी तक पूरे सीन में कोई चौथा सदस्य या संदेही पुलिस को नजर नहीं आया है। इससे साफ है कि बच्चे अपनी मर्जी से आ जा रहे हैं और उनके पास कुछ पैसे भी है जो वह ऑटो का किराया दे रहे हैं।