शनि ग्रह ब्रह्मांड के न्यायाधिपति हैं पंरतु इन्हे क्रूर ग्रह की संज्ञा भी दी जाती है। धर्मग्रंथों में भी शनिदेव के न्यायप्रिय होने के कई प्रमाण हैं, शनिदेव मनुष्य के कर्म के आधार पर उसे फल प्रदान करते हैं। फिलहाल शनि धनु राशि में गोचर कर रहे हैं, लेकिन अब यह 18 सितंबर से धनु राशि में ही वक्री से मार्गी हो जाएंगे। इनके मार्गी होने से सभी राशियों पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा।
नौकरी एवं व्यवसाय में आ रहे संकट खत्म हो जाएंगे
ग्वालियर के ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी के अनुसार शनि ग्रह धनु राशि में 30 अप्रैल 2019 को वक्र गति को प्राप्त हुए थे। इसके बाद शनिदेव 18 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर शाम को धनु राशि में ही वक्री से मार्गी हो रहे हैं। शनि के वक्री होने से सभी जातकों को अपने जीवन में परेशानियां व कष्ट उठाने पड़ रहे थे। लेकिन उनके मार्गी होने से अब यह बदल जाएगा। शनि के मार्गी होने से नौकरी एवं व्यवसाय में आ रहे संकट खत्म हो जाएंगे। साथ ही भूमि से होने वाले व्यापार पेट्रोल पदार्थ आदि चीजों पर भी भारी प्रभाव पड़ेगा। इसके साथ ही जिन जातकों पर शनि की महादशा चल रही थी उन लोगों में भी बदलाव देखने को मिलेगा।
शनि कर्म और सेवा का कारक माने जाते हैं
पंडित गौरव उपाध्याय के अनुसार 18 सितंबर को शनि, धनु राशि में मार्गी होंगे। यहां पर शनिदेव 24 जनवरी 2020 तक रहेंगे। इसके बाद वह मकर राशि में प्रवेश करेंगे। धनु राशि का स्वामी गुरु है, धनु राशि में शनि के साथ केतु भी रहेंगे। शनि कर्म और सेवा का कारक माना जाता है। शनि, मकर तथा कुंभ राशि का स्वामी है। शनि तुला राशि में उच्च का तथा मेष राशि में नीच का हो जाता है।
न्यायालय सख्त फैसले लेगा
शनि के मार्गी होने से प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप कम होगा। साथ ही न्यायालय दोषियों के प्रति सख्त फैसले लेगा। राजनैतिक लोगों की निष्ठा बदलेगी। संक्रामक और मौसमी बीमारियों में इजाफा होगी।
यह पड़ेगा 12 राशियों पर प्रभाव
मेष राशिः शनि आपकी राशि के नवे भाव में मार्गी हो रहे हैं। इससे मेष राशि वालों को आर्थिक लाभ होगा, धार्मिक कार्यों में भाग लेंगे, भाग्य साथ देगा।
वृषभ राशिः जातकों के लिए शनि आठवें भाव में मार्गी होंगे। इससे कष्टों से छुटकारा मिलेगा।
मिथुन राशिः शनि, मिथुन राशि के जातकों के सातवें भाव में मार्गी होंगे इससे पार्टनर से संबंध अच्छे रहेंगे, खर्च की अधिकता रहेगी।
कर्क राशिः शनि छठे भाव में मार्गी होंगे। शत्रुओं पर विजय मिलेगी, कोर्ट कचहरी में लाभ मिलेगा। विदेश जाने के योग बनेंगे, स्वास्थ्य लाभ होगा।
सिंह राशिः सिंह राशि के जातकों के लिए शनि पांचवें भाव में मार्गी होंगे। इससे उन्हें संतान सुख मिलेगा। नौकरी बदलने के योग बन सकते हैं। व्यापार को गति मिलेगी, विद्यार्थियों के लिए समय अनुकूल रहेगा।
कन्या राशिः शनि चौथे भाव में मार्गी होंगे। भूमि, भवन, वाहन मिलने के योग बनेंगे।
तुला राशिः शनि तीसरे भाव में मार्गी रहेंगे, इससे साहस पराक्रम में वृद्घि होगी। परिश्रम का फल मिलेगा, यात्राओं के योग बनेंगे।
वृश्चिक राशिः वृश्चिक राशि के जातकों पर साढ़े साती का प्रभाव है। इस राशि में शनि दूसरे भाव में रहेंगे जिससे पैतृक संपत्ति में लाभ होगा, मानसिक तनाव कम होगा, धन के रास्ते बनेंगे।
धनु राशिः धनु राशि के जातक भी साढ़े साती के प्रभाव में हैं। शनिदेव धनु राशि के जातकों के लग्न में रहेंगे जिससे स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।, परिश्रम का फल प्राप्त होगा।
मकर राशिः यहां शनि 12वें भाव में मार्गी रहेंगे। मकर राशि के जातकों पर साढ़े साती का प्रभाव है, इससे समस्याएं बढ़ेगी, विदेश जाने के योग बनेंगे, खर्च बढ़ेगा।
कुंभ राशिः शनि 11वें भाव में रहेंगे जिससे लाभ के योग बनेंगे, नए अवसर मिलेंगे, अभिलाषा पूर्ति होगी।
मीन राशिः शनि इस राशि के 10वें भाव में रहेंगे, जिससे कार्य क्षेत्र में प्रसिद्घि बढ़ेगी, कोर्ट-कचहरी से संबंध बनेगा।