इंदौर। विश्वविद्यालय के सेल्फ फाइनेंस विभाग (Self finance department) के शिक्षकों की पदोन्नाति (Teachers promotion) का रास्ता साफ करने के लिए विश्वविद्यालय (University) अब एडवाइजरी कमेटी (Advisory Committee) बनाएगा। सदस्यों की राय आने के बाद फैसला लिया जाएगा।
नैक का दौरा पूरा होने के बाद कुलपति ने प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है। इससे शिक्षक नाराज हैं और वे इससे पहले प्रमोशन की स्थिति स्पष्ट करने की बात कह रहे हैं। DAVV के रवैए से नाराज शिक्षकों ने कुलपति डॉ. रेणु जैन और प्रभारी रजिस्ट्रार अनिल शर्मा के सामने आपत्ति दर्ज कराई है। इस पर कुलपति ने एडवाइजरी कमेटी के सामने प्रमोशन का मुद्दा रखने का आश्वासन दिया है। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि कुछ शिक्षकों ने प्रमोशन के लिए कोर्ट में याचिका लगा रखी है। इससे अभी प्रक्रिया शुरू करना संभव नहीं है।
बताया जाता है कि कोर्ट प्रकरण होने से भी विश्वविद्यालय ने विधिक राय लेना तय किया है। कुछ दिनों में कमेटी बनाई जा सकती है। कुलपति ने बताया कि प्रमोशन की प्रक्रिया नैक निरीक्षण के बाद होगी। उससे पहले कमेटी बनाकर रिपोर्ट बुलवाएंगे। सदस्यों से प्रमोशन से जुड़े प्रत्येक बिंदु पर राय लेंगे।
विश्वविद्यालय में नैक दौरा नवंबर तक प्रस्तावित है। कुलपति ने इसके बाद प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया है। नवंबर-दिसंबर के बीच नगर निगम चुनाव को लेकर आचार संहिता लग सकती है, इससे प्रक्रिया कुछ महीने बढ़ाई जा सकती है। जानकारों के मुताबिक प्रमोशन की स्थिति फरवरी-मार्च तक स्पष्ट होती नजर नहीं आ रही है।