भोपाल। हनी ट्रैप केस में भले ही डीजीपी वीके सिंह और डीजी स्पेशल पुरुषोत्तम शर्मा के बीच तनाव चल रहा हो परंतु एसआईटी चीफ संजीव शमी अपने काम में जुट गए हैं। एचआईटी चीफ संजीव शमी ने मीडिया से दूरी बना ली है। वो मामले के अपडेट भी नहीं दे रहे हैं। इस बीच खबर लगी है कि एसआईटी की टीम रायपुर में पकड़ी गई छात्रा प्रीति तिवारी को उठा लाई है।
प्रीति तिवारी को कहां रखा है, क्या कर रहे हैं कुछ नहीं पता
खबर मिली है कि एक जांच टीम रायपुर से डेंटल छात्रा प्रीति तिवारी और उसके पिता को इंदौर उठा लाई है लेकिन, इनको भी कहां रखा गया है और एसआईटी का कौन सा मेंबर इनसे पूछताछ कर रहा है, ये पता नहीं चल पा रहा है।
जब्त वीडियो में छत्तीसगढ़ कनेक्शन नहीं, प्रीति तिवारी के माध्यम से सबूतों की तलाश
एसआईटी जांच से जो खबरें छनकर आ रही हैं, वे बता रही हैं कि इस केस में अब तक 10 आईएएस और 6 आईपीएस के चेहरे एकदम साफ हो गए हैं। ये सभी मप्र काडर के हैं। छग काडर के कुछ संदिग्ध नौकरशाहों के चेहरे साफ होने हैं। प्रीति तिवारी से पूछताछ में यह स्पष्ट हो जाएगा कि छग से कितने नेता, अफसर इस खेल में शामिल थे।