भोपाल। मपी सरकार के मंत्री जीतू पटवारी (Minister Jeetu Patwari) के उस बयान पर मध्य प्रदेश के जबलपुर सहित सभी जिलों के पटवारी आक्रोशित होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल (Indefinite strike) पर चले गये हैं, जिसमें मंत्री श्री पटवारी (Patwari) ने कहा था कि सभी पटवारी रिश्वतखोर हैं. पटवारियों का कहना है कि जब तक मंत्री अपने बयान पर माफी नहीं मांगते, तब तक वे काम पर नहीं लौटेेंगे. हड़ताल के कारण-नक्शा, बंटान, खसरा, खतौनी, नामांतरण, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र का काम ठप पड़ गया है.
मध्य प्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर आज 3 अक्टूबर गुरूवार से पूरे प्रदेश के पटवारी हड़ताल पर चले गए हैं. वो अपने-अपने तरीके से विरोध जता रहे हैं. हड़ताल के कारण-नक्शा, बंटान, खसरा, खतौनी, नामांतरण, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र का काम ठप पड़ा हुआ है. ये पटवारी, मंत्री जीतू पटवारी के उस बयान से नाराज़ हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि सब पटवारी रिश्वतखोर होते हैं. पटवारी संघ ने इसके विरोध में मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपकर मांग की थी कि जीतू पटवारी माफ़ी मांगें. उन्होने 3 दिन की मियाद दी थी, जो आज ख़त्म हो गयी.
जबलपुर, भोपाल सहित प्रदेश भर के पटवारियों ने अपने बस्ते तहसीलदार को सौंप दिए. उन्होंने मंत्री से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की. पटवारियों की हड़ताल के कारण 24 विभागों के काम प्रभावित हो गए. कलेक्टर, तहसील कार्यालय में काम से आ रही जनता परेशान होती रही.
वित्त मंत्री तरुण भानोत ने पटवारियों से काम पर लौटने की अपील की
इस बीच प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भानोत ने पटवारियों से काम पर लौटने की अपील की है. उन्होंने कहा सरकार की मंशा किसी की भावनाएं आहत करने की नहीं हैं. अभी प्रदेश कठिन परिस्तिथियों से गुजऱ रहा है. किसान -मज़दूर परेशान हैं. बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान का सर्वे चल रहा है. ऐसे में हड़ताल करना ठीक नहीं. उन्होंने उम्मीद जताई कि मुझे भरोसा है कि पटवारी जल्द काम पर लौट आएंगे.