नई दिल्ली। चौंकाने वाली खबर गुजरात से आ रही है। योग्यता के आधार पर पदोन्नति के लिए आयोजित हुई परीक्षा में 199 जजों ने भाग लिया और सभी फेल हो गए। मजेदार बात यह है कि जिला न्यायाधीश के 26 पदों के लिए 1372 वरिष्ठ वकीलों ने भर्ती परीक्षा दी और एक भी पास नहीं हो पाया। गुजरात हाईकोर्ट में मजबूरन शून्य रिजल्ट घोषित करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार गुजरात हाईकोर्ट की ओर से जिला न्यायाधीश हेतु रिक्त 40 पदों पर भर्ती हेतु परीक्षा का आयोजन किया गया था। राज्य की विविध कोर्टो में से जिला जज के 40 पदों में से 26 प्रैक्टिसिंग वकीलों और 14 ज्यूडिशियल आफिसरों के लिए आरक्षित रखी गयी थी। जिला न्यायाधीश हेतु आयोजित इस भर्ती परीक्षा में बैठे सभी 199 जज और 1372 वकील फैल हो गये। कोई परीक्षार्थी 50 फीसदी से अधिक नंबर नहीं ला पाये।
गुजरात में जिला न्यायाधीशों भर्ती के लिए मार्च में आवेदन मंगाए गये थे। इसमें 1372 वकीलों ने आवेदन पत्र दिये थे। जून महीने में आयोजित एलिमिनेशन टेस्ट में 494 वकीलों को लिखित परीक्षा के लिए उत्तीर्ण किया गया था। हालांकि गुजरात में जिला न्यायाधीशों कि लिखिति परीक्षा में एक भी वकील पास नहीं हुए।
सिर्फ 10 प्रतिशत पद योग्यता के आधार पर प्रमोशन का प्रावधान, उसमें भी ये हाल
जानकारी हो कि हाईकोर्ट के नियम के अनुसार जिला जज की 65 प्रतिशत रिक्तियां सीनियर सिविल जज को प्रोन्न्त कर भरी जाती है। केवल 25 प्रतिशत इन्टरव्यू द्वारा भरी जाती है और बाकी की 10 प्रतिशत जिला जजों की परीक्षा द्वारा भर्ती की जाती है लेकिन हाईकोर्ट द्वारा ली गई लिखित परीक्षा में 199 जजों में से कोई भी उत्तीर्ण नहीं हो पाये।
फिर से परीक्षा का आयोजन किया जायेगा
गौरतलब है कि गुजरात हाईकोर्ट ने शून्य रिजल्ट घोषित किया है। हाईकोर्ट के रिजस्ट्रार जनरल ने बताया कि नियम के मुताबिक परीक्षा पास न कर पाने की स्थिति में हाईकोर्ट फिर से परीक्षा का आयोजन करती है और इसमें पुराने व नये परीक्षार्थी भी आवेदन देकर परीक्षा दे सकते है। यह पूरी प्रक्रिय नये सिर से की जाती है। गुजरात हाईकोर्ट द्वारा जल्द ही परीक्षा संबंधित घोषणा की जायेगी और आवेदन मंगवाये जायेंगे।