भोपाल। पशुपालन मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने निर्देश दिये हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सकों को कमी को देखते हुए शहरी क्षेत्रों में पदस्थ चिकित्सक अब सप्ताह में दो दिन अनिवार्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवाएँ देंगे।
श्री यादव ने कहा कि सर्वाधिक दुधारू एवं खेती के उपयोग में आने वाले पशुओं का पालन ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों के अभाव में इन पशुओं को पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हो पाती हैं। अधिकतर चिकित्सक अपनी सेवाएँ शहरी क्षेत्रों में देना चाहते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ चिकित्सकों पर दो-तीन अन्य चिकित्सालयों का प्रभार होने के कारण वे अपनी संतोषप्रद सेवाएँ नही दे पा रहे हैं।
पशुपालन मंत्री श्री यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सकों द्वारा सप्ताह में दो दिन अनिवार्य सेवाएँ देना सुनिश्चित करने के निर्देश जारी कर दिये हैं। यह व्यवस्था संचालनालय तथा संभागीय कार्यालयों में पदस्थ पशु-चिकित्सकों और सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारियों पर भी लागू होगी।