जबलपुर। यह जबलपुर रेल मंडल के सरकारी कर्मचारियों की मक्कारी का प्रमाण है। जबलपुर से शिखर जी जाने के लिए आईआरसीटीसी से 33 लाख रुपए भुगतान कर स्पेशल ट्रेन बुक की गई थी। जबलपुर रेल मंडल ने 16 कोच की ट्रेन में से 6 कोच में खराब बैटरी लगाकर ट्रेन रवाना कर दी।
यात्रियों ने रेल रोककर हंगामा किया
कोच के पंखे और लाइन बंद होने से परेशान यात्रियों ने कटनी और फिर सतना स्टेशन पर शिकायत की, लेकिन समाधान न होने के बाद उन्होंने ट्रेन को छिवकी स्टेशन पर रोककर जमकर हंगामा किया। आनन-फानन में छिवकी स्टेशन स्टॉफ ने कोच की जांच की तो पता चला कि जबलपुर से ही इनमें खराब बैटरी लगाई गई हैं, जिससे लाइन बंद है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रेलवे ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
लापरवाह डीआरएम के कारण यात्री परेशान
दिगम्बर जैन युवा महासंघ द्वारा हर साल जबलपुर से स्पेशल ट्रेन शिखरजी ले जाई जाती है। इस बार भी रविवार को दोपहर 12 बजे जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 6 से यह स्पेशल ट्रेन रवाना होनी थी, लेकिन ट्रेन को दोपहर 12:30 बजे प्लेटफार्म पर लाया गया। किसी तरह यात्रियों ने कोच में सामान रखा और 1:15 बजे ट्रेन रवाना हुई। इस दौरान कोच एस 10 से एस 16 के यात्रियों ने जैसे ही कोच की लाइट और पंखे चालू किए तो सभी बंद मिले, इसकी शिकायत की तो स्टॉफ ने कहा कि ट्रेन चलते ही चालू हो जाएंगे, लेकिन नहीं हुए। शिखर जी तक कोच की बिजली बंद रही।
एजीएम से करेंगे शिकायत, उपभोक्ता फोरम भी जाएंगे
महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और मार्गदर्शक पंकज जैन ने बताया कि ट्रेन में बुजुर्ग और बच्चे भी सफर कर रहे थे, लेकिन रेलवे की लापरवाही से उनका सफल मुश्किल में कटा। जबलपुर से ही ट्रेन में खराब बैटरी लगाई गई। इसकी शिकायत डीआरएम, एडीएम से की जाएगी। बुधवार को समाज के लोग, पश्चिम मध्य रेलवे के एजीएम और सीओएम से मिलकर शिकायत करेंगे। रेलवे ने हमने 33 लाख ही नहीं बल्कि सुरक्षा निधि के नाम पर 9 लाख रुपए अतिरिक्त लिए। जरूरत पड़ी तो रेलवे के खिलाफ उपभोक्ता फोरम भी जाया जाएगा।