भोपाल। भोपाल का अगला मास्टर प्लान 33 लाख आबादी की जरूरतों को पूरा करने के हिसाब से बनाया जाएगा। 2031 में भोपाल की आबादी 33 लाख होने का अनुमान है। इस आबादी की जरूरत के हिसाब से रहवासी क्षेत्र, सड़कें, स्कूल, अस्पताल, मार्केट आदि के लिए भूमि आरक्षण होगा।
ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित मेट्रो रूट और अन्य प्रमुख मार्गों पर मिक्स लैंड यूज का प्रावधान किया जा रहा है। इसके लिए ज्यादातर सड़कों को सिक्सलेन किया जा रहा है। इस साल के अंत तक ड्राफ्ट को अंतिम रूप देने के लिए जल्द ही जिला योजना समिति की बैठक होगी।
बैठक में जनप्रतिनिधियों और अफसरों के सुझाव लिए जाएंगे और इन सुझावों को मास्टर प्लान में शामिल किया जाएगा। मास्टर प्लान में पहली बार शामिल किए गए कैचमेंट एरिया के 51 गांवों में सेप्ट की रिपोर्ट के आधार पर लैंडयूज तय किया जाएगा। सेप्ट ने एफटीएल से 50 मीटर से लेकर 200 मीटर तक निर्माण कार्य पर रोक की अनुशंसा की है।
ड्राफ्ट का 70 फीसदी काम हो चुका
टीएंडसीपी के डायरेक्टर राहुल जैन ने बताया कि ड्राफ्ट का 70 फीसदी काम हो चुका है। जिला योजना समिति की बैठक बुलाने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा गया है। जियोस सदस्यों के सुझावों को विचार के बाद मास्टर प्लान में शामिल किया जाएगा। ड्राफ्ट इस साल के अंत तक जारी हो सकता है।