भोपाल। एसटीएफ की गिरफ्त में आए शातिर जालसाज दिलशाद खान के दो साथियों को भोपाल सायबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिलशाद की मदद से ये दोनों स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के नाम का इस्तेमाल कर लोगों को झांसा दे रहे थे। जालसाज स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का ट्रांसफर कराने का झांसा देते थे।
एएसपी संदेश जैन ने बताया कि इस संबंध में मंत्री के निज सचिव राकेश मिश्र ने लिखित शिकायत की थी। बताया था कि ट्रांसफर के नाम पर कर्मचारियों से 50-50 हजार रुपए ऐंठकर एक बैंक खाते में जमा करवाए जा रहे हैं। पुलिस ने उक्त खाते की जानकारी जुटाई तो वह मालती पवार का था। इसमें शैलेंद्र पटेल का मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड था। टीम ने मालती और शैलेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
मालती के नाम पर नौकरी कर रही थी सुनीता पटवा
जांच में खुलासा हुआ कि मालती असल में सुनीता पटवा है, जो धर्मानंद और दिलशाद की मदद से इस गड़बड़ी को अंजाम दे रही है। इस आधार पर पुलिस ने धर्मानंद और सुनीता पटवा को गिरफ्तार कर लिया है। दिलशाद को एसटीएफ और शैलेंद्र को दमोह पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।