ग्वालियर। पॉश कॉलोनी हरिशंकरपुरम के मकान नंबर एफ-217 में घुसे बदमाशों ने आधी रात लूटपाट मचाई। करीब 50 मिनट वह घर में अकेली महिला को बंधक बनाकर दहशत फैलाते रहे। इन 50 मिनट में बदमाशों ने 3 बार बोला इसे गोली मार देते हैं पर कोई न कोई साथी रोक लेता। बदमाशों से घिरी 35 साल की मानसी ने समझदारी दिखाई और लूटपाट का विरोध नहीं किया।
बदमाशों ने उनके गले से मंगलसूत्र, पैरों से बिछिया तक खींच लिए। पूरी वारदात को बदमाशों ने सिर्फ टॉर्च की लाइट में अंजाम दिया। घर की लाइट तक नहीं जलाने दी। काम कर बदमाश खिडक़ी की ग्रिल के रास्ते बाहर कूदकर भाग गए। पर घर में अकेली महिला की दशहत उस समय भी कम नहीं हुई। बदमाशों के भागने के 1 घंटे बाद तक उसे विश्वास नहीं हुआ कि बदमाश चले गए हैं। जब सुबह हुई और उसे लगा कि अब आसपास कोई नहीं है तब मानसी ने परिवार को सूचना दी।
पीडि़त परिवार ने बताया कि उनके ससुर हार्ट पैशेंट हैं और कई बार उनकी तबियत खराब हो चुकी है, हार्ट करीब तीस प्रतिशत खराब है, इसलिए घर में हमेशा रुपए रखते हैं। उस रात भी अचानक तबियत खराब हुई और वे पिता को उपचार के लिए निजी नर्सिगहोम लेकर गए थे। बदमाश जो एक लाख दस हजार रुपए लूट कर ले गए हैं, वे भी पिता के उपचार के लिए रखे हुए थे।
जिस तरह से बदमाशों ने वारदात को अंंजाम दिया, उससे पुलिस का मानना है कि बदमाश कंजर या पारदी गिरोह के हो सकते हैं, जो इस तरह संगठित होकर वारदातों को अंजाम देते हैं। इसके साथ ही पूर्व में हुई लूट की वारदातों में पकड़े गए बदमाशों की जानकारी जुटाना पुलिस ने शुरू कर दी है।
पुलिस का मानना है कि बदमाशों ने वारदात को रैकी के बाद अंजाम दिया होगा। इसके लिए पुलिस पिछले पांच दिन में कॉलोनी आने जाने वालों की जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने कॉलोनी के प्रवेश द्वार से रवि दीक्षित के आस-पास के घरों के पिछले पांच दिन के फुटेज खंगालना शुरू कर दिए हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट के साथ ही डॉग स्क्वॉड को भी मौके पर बुलवा लिया। डॉग उनके घर के आस-पास चक्कर काटने के बाद पटरी के पास पहुंचकर भटक गया। इससे पुलिस का मानना है कि बदमाश रेलवे पटरियों के रास्ते भागे होंगे।
पूजन से पहले रखे रह गए हथियार
दशहरे पर हथियार पूजन करने से पहले नौवीं पर इनकी सफाई पुलिस के साथ ही हरिशंकरपुरम के वाशिंदों ने की थी, लेकिन यह हथियार काम नहीं आए और बदमाशोंं ने एकाउंटेंट रवि दीक्षित के घर पर उनकी पत्नी मानसी को बंधक बनाया और लूटपाट कर निकल गए। रास्ते में कहीं भी इनका सामना पुलिस से नहीं हुआ। यह बात शहर की सुरक्षा पर सवाल उठा रही है। वारदात के बाद हरिशंकरपुरम के साथ ही आस-पास की कॉलोनी वाले भी सहमे हुए हैं। वारदात के बाद मौके पर पहुंची पुलिस सीसीटीवी फुटेज के सहारे बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है।
हमेशा रहता है आवारा युवकों का जमावड़ा
जांच कर रहे थाना प्रभारी महेश शर्मा से स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए बताया कि रेलवे लाइन और बगल में पार्क होने के कारण इस इलाके में हमेशा आवारा युवकों का जमावड़ा लगा रहता है और पुलिस भी गश्त करने नहीं आती है। नशेडिय़ों मे मारपीट होना आए दिन की बात है। इन आवारा युवकों की वजह से संभ्रांत लोगों का बाहर निकलना दूभर है।