भोपाल। यदि विधायक आरिफ मसूद की बात पर भरोसा किया जाए तो दिग्विजय सिंह और राहुल गांधी चाहते हैं कि उत्तरप्रदेश में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत के मामले में सस्पेंड किए गए डॉक्टर कफील खान मध्यप्रदेश में सेवाएं दें। सरकार उन्हे सम्मानजनक पद पर नौकरी देने के लिए आतुर है। बता दें कि इस मामले में बच्चों पर ड्रग ट्रायल का संदेह भी जताया गया था। प्रकरण की जांच पूरी नहीं हुई है।
मामला क्या है
गोरखपुर स्थित मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में 2017 में 60 से अधिक बच्चों की मौत के बाद डॉक्टर कफील खान को गिरफ्तार किया गया था। देश को हिला देने वाली इस घटना के बाद सुर्खियों में आई गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज की त्रासदी में 10 अगस्त 2017 की रात को पहले 30 बच्चों की मौत हुयी थी इसके बाद दूसरे दिन 34 और बच्चों की मौत हो गयी थी। यह पूरे देश भर में चिंता का कारण बन गया था। आरोप लगे थे कि बच्चों पर ड्रग ड्रायल किया जा रहा था।
विधायक मसूद ने जांच पूरी होने से पहले ही डॉक्टर को निर्दोष घोषित किया
डॉ कफील के नजदीकी भोपाल मध्य क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक अरिफ मसूद ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब मैं उनसे :डॉ कफील: मिला तो मुझे काफी अफसोस हुआ। मैंने उनके बारे में दिग्वियज सिंह जी से बात की। डॉ कफील भी दिग्विजय सिंह जी से मिले। उन्होंने हमारे नेता राहुल गांधी जी से भी मुलाकात की। मैंने और दिग्वियज सिंह जी ने उन्हें नौकरी की पेशकश की है।’’ मसूद ने कहा, ‘‘यदि उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें न्याय नहीं देती है तो मध्यप्रदेश सरकार उन जैसे बेहतर शिशु रोग विशेषज्ञ को लेने को तैयार है। संवाददाताओं से बात करते हुए डॉ खान ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ भोपाल घूमने आये हैं।