भोपाल। हनी ट्रैप मामला बार बार यह प्रमाणित कर रहा है कि वो कितना हाई प्रोफाइल है। इसके कारण मप्र पुलिस के 2 सबसे सीनियर अधिकारी, नेताओं की तरह लडते नजर आए। पिछले 9 दिन में तीसरी बार एसआईटी चीफ बदलने के आदेश जारी हुए हैं। इस बार यह आदेश गृह मंत्रालय से जारी हुए हैं और डीजीपी को एसआईटी का सहयोगी बनाया गया है। इससे पहले तक डीजीपी वीके सिंह इसकी मॉनिटरिंग कर रहे थे।
अब ये टीम काम करेगी
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप केस में एक बार फिर एसआईटी चीफ को बदल दिया गया है। अब राजेंद्र कुमार को एसआईटी प्रमुख बनाया गया है। डीजीपी पर सवाल उठाने वाले साइबर सेल के डीजीपी का भी तबादला कर दिया गया है। नई टीम में मिलिंद कंसकर और रुचि वर्धन को सदस्य बनाया गया है। संजीव शमी को हनी ट्रैप मामले की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन उन्हें एसआईटी प्रमुख के पद से हटा दिया गया है।
DGP के खिलाफ खुलकर बयान देने वाले DG पुरुषोत्तम का तबादला
साइबर सेल के स्पेशल डीजीपी पुरुषोत्तम शर्मा को लोक अभियोजन संचालनालय भेजा गया है। शर्मा वहां संचालक बनाए गए हैं। इससे पहले भी 24 घंटे के अंदर एसआईटी प्रमुख को बदला गया था जिस पर सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। सबसे पहले श्रीनिवासन वर्मा को एसआईटी चीफ बनाया गया था। इसके 24 घंटे में ही वर्मा को हटाकर संजीव शमी को बनाया गया था। अब नए फैसले के तहत राजेंद्र कुमार एसआईटी का जिम्मा संभालेंगे।