देश भर कार्यरत सभी तरह के बैकों में कुल एक लाख रुपये ही बीमित हैं। अगर कोई बैंक डूबता है तो फिर खाताधारक को केवल मूल रकम और ब्याज मिलाकर के एक लाख रुपये ही मिलेगा। इससे ज्यादा की जमा रकम नहीं मिलेगी। अगर आप चाहते हैं कि आपकी जमा पूंजी 100 फीसदी सुरक्षित रहे, तो फिर निवेश के ऐसे विकल्प भी हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप ऐसा कर सकते हैं।
भारत सरकार का सात साल वाला बॉन्ड
केंद्र सरकार अपनी तरफ से एक बॉन्ड जारी करती है। इस बॉन्ड में निवेश करने पर 7.75 फीसदी ब्याज मिलता है। हालांकि इसमें कम से कम सात साल के लिए निवेश करना होगा। ऐसे समय में जब बैंकों के एफडी जमा पर ब्याज लगातार कम होता जा रहा है, यह एक बढ़िया विकल्प है। अगर आप 10 लाख रुपये का निवेश करेंगे तो सात साल बाद आपको 17.03 लाख रुपये वापस मिलेंगे। सबसे बड़ी बात कि पूरे पैसे की सुरक्षा की गारंटी।
डाकघर जमा योजनाएं
इंडिया पोस्ट द्वारा देश भर में कई सारी छोटी बचत योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें निवेश करने के लिए आपको अपने निकट के डाकघर में खाता खुलवाना होगा। कुछ छोटी बचत योजनाओं में तो सरकार आठ फीसदी तक का ब्याज दे रही है। इंडिया पोस्ट ने हाल ही में बचत खाताधारकों के लिए मोबाइल बैंकिंग की सुविधा को लॉन्च किया है, जिसके जरिए वो पीपीएफ के अलावा एक से लेकर के लिए तीन साल का निवेश कर सकते हैं। इसमें उनको 6.9 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। वहीं पांच साल के जमा पर 7.7 फीसदी ब्याज मिल रहा है।
वरिष्ठ नागरिकों को 8.6 फीसदी, एनएससी पर 7.9 फीसदी और सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.4 फीसदी और पीपीएफ में 7.9 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। यहां पर निवेश करने पर आपका पैसा 100 फीसदी सुरक्षित रहेगा।
सरकारी सिक्युरिटिज
बांड के अलावा सरकार अपनी तरफ से सिक्युरिटिज को भी जारी करती है। इनको निवेशक एनएसई के प्लेटफॉर्म से खरीद सकता है। मैच्युरिटी होने तक इनको रखना होता है। मैच्युरिटी के बाद 100 फीसदी राशि ब्याज के साथ वापस मिल जाती है।