भोपाल। बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील में पदस्थ पटवारी अजय जावरकर का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह एक व्यक्ति से कुछ रुपए लेते हुए नजर आ रहे हैं। आरोप है कि पटवारी अजय जावरकर एक नामंत्रण के एवज में ₹4000 की रिश्वत ले रहे थे। इसी घटनाक्रम का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद कलेक्टर ने पटवारी को सस्पेंड कर दिया है एवं तहसीलदार को इस मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।
जांच से पहले तहसीलदार ने पटवारी को निर्दोष बताया
बताया जा रहा है कि नामांतरण के लिए पिछले लंबे समय से तहसील के चक्कर लगा रहे आवेदक अशोक कहार ने पटवारी अजय को नामातंरण के लिए 4 हजार रूपए देते हुए विडियो बना लिया। इसके बाद तहसीलदार से मिलकर मामले की शिकायत भी कर दी। तहसीलदार का कहना है कि जब शिकायत पर पटवारी को बुलाकर उसकी जेब चेक कराई गई तो उसमें रिश्वत के रुपए नहीं मिले। तहसील में नाटकीय ढंग से उक्त घटनाक्रम लगभग घंटे भर तक चलता रहा लेकिन सारा मामला केवल हंगामे तक ही सिमट के रह गया और मामले में किसी भी प्रकार की जांच एवं कार्यवाही नहीं हुई।
वीडियो वायरल होने के बाद पटवारी सस्पेंड
खातेदार अशोक ने घोड़ाडोंगरी में 2400 स्क्वेयर फुट का प्लाट खरीदा था जिसके नामांतरण के लिए तहसीलदार ने भी पिछले 30 सितंबर को आदेश जारी किए थे लेकिन पटवारी अजय जावरकर नामातंरण दर्ज करने हेतु 10 हजार की मांग कर रहा था। अशोक ने बताया कि उसने परेशान होकर आज 4 हजार रूपयों का इंतजाम कर पटवारी को दिए जिसका वीडियो उन्होने बनवा लिया, जिसे रिश्वत लेते हुए लोगो ने भी देखा है। कलेक्टर तेजश्वी एस नायक ने कहा कि, इस मामले में जांच के आदेश दिए गए है, पटवारी की संलिप्तता को देखते हुए निलंबन की कार्रवाई की गई है।