भोपाल। थ्री ईएमई सेंटर स्थित स्टाफ क्वार्टर में हवलदार की 11 साल की बेटी की टॉवेल में गला फंसकर मौत हो गई। वह स्टंट, तलवारबाजी में माहिर थी। अंदाजा है कि खिड़की में लटका टॉवेल अचानक उसके गले में फंस गई, जिससे दम घुट गया। महज 11 साल की उम्र में अब छात्रा दो हजार से ज्यादा सांप पकड़ चुकी थी।
11 साल की उम्र में अक्षरा ने दो हजार से भी अधिक सांप पकड़े थे
अक्षरा आर्मी पब्लिक स्कूल में कक्षा पांचवीं की छात्रा थी। कला, हैंडीक्राफ्ट, तलवारबाजी और स्टंट में वह माहिर थी। अमूल ने बताया कि मार्च 2017 में राजस्थान के गंगानगर से मेरा भोपाल ट्रांसफर हुआ। मैं अब तक नौ हजार से ज्यादा सांप पकड़ चुका हूं। कुछ सालों में ही अक्षरा भी मेरे साथ सांप पकड़ना सीख गई थी। अब तक वह अकेले दो हजार से ज्यादा सांप पकड़ चुकी थी। इसके लिए सेंटर द्वारा उसे पुरस्कृत भी किया गया था।
को याद करते हुए अमूल जाधव की आंखें भर आईं। रुंधे गले से वे बोले कि अक्षरा तो मेरा गुरुर और विश्वास थी। नवरात्रि में सबके घर दुर्गा आई हैं और मेरी दुर्गा मुझे हमेशा के लिए छोड़ गई। उसे मैंने शेरनी जैसा बनाया था। दस बेटों के बराबर थी बेटी। ईएमई सेंटर में वह इतनी चर्चित थी कि लोग कहने लगे थे कि आप लोग अक्षरा के मम्मी-पापा हैं न!