भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कटारा हिल्स थाना इलाके में हाईवे पर चलती कार से फेंकी गई एक महिला की लाश की पहचान हो गई है। यह लाश निधि ठाकुर की है। पुलिस ने दावा किया है निधि ठाकुर ने अजय यादव नामक ठेकेदार को हनी ट्रेप का शिकार बना लिया था। लंबे समय तक ब्लैकमेल होने के बाद अंततः अजय यादव अपने एक साथी के साथ मिलकर निधि ठाकुर की हत्या कर दी और चलती कार से उसकी लाश को हाईवे पर फेंककर फरार हो।
अजय यादव के साथ छिंदवाड़ा से लौट रही थी निधि ठाकुर
कटारा हिल्स थाने की पुलिस को बुधवार 23 अक्टूबर को सड़क पर एक महिला की लाश पड़ी होने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पाया कि लाश के पास ही पर्स पड़ा हुआ है। उसमें मिले आधार कार्ड से मृतका की पहचान भोपाल की लिबर्टी कॉलोनी में रहने वाली निधि ठाकुर के रूप में हुई।पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला निधि बीते डेढ़ साल से अपने पति से अलग अपनी दो बेटियों के साथ यहां रह रही थी। पूछताछ में पता चला कि एक दिन पहले ही निधि अपने दोस्त अजय यादव के साथ छिंदवाड़ा के लिए निकली थी।
पीएम रिपोर्ट से पता चला कि हत्या हुई है
पुलिस की दूसरी टीम ने जब लाश का पोस्टमार्टम करवाया तो पता चला कि उसकी मौत दम घुटने से हुई है। जिसके बाद इसमें 302 का मामला दर्ज किया गया और अजय यादव की खोजबीन शुरू की गई। पुलिस ने भोपाल के मिसरोद इलाके से अजय को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ की तो उसने निधि की हत्या करने की बात कबूल कर ली।
ब्लैकमेलिंग से तंग आ गया था
अजय ने बताया कि वो मंडीदीप की एक फैक्ट्री में ठेकेदारी करता है जहां उसकी दोस्ती वहीं काम करने वाली निधि से हो गई। अजय ने बताया कि उसके और निधि के बीच संबंध बन चुके थे। अजीत के मुताबिक, उसने निधि को एक मकान बनाकर दिया। इसके अलावा वो उसको हर महीने 10 हजार रुपये देता था और समय-समय पर उसकी रुपयों की मांग को भी पूरा करता था।
छुटकारा पाने के लिए मर्डर की साजिश रची
अजय ने पूछताछ में बताया कि निधि पिछले कुछ समय से अपनी दोनों बेटियों के नाम एक-एक लाख रुपए की एफडी की मांग कर रही थी। 22 अक्टूबर को जब वो छिंदवाड़ा से वापस भोपाल आ रहा था तो रात करीब 3 बजे वो मंडीदीप में एक फैक्ट्री के पीछे रुका और अपने दोस्त अब्दुल जबार अंसारी को बुलाया। वहां मैंने जब उसे बताया कि ये मुझे बच्चों को छोड़ साथ रहने को बोलती है, पैसों की डिमांड करती है, जिससे मैं परेशान हो गया हूं। इसके बाद अंसारी ने निधि के नींद में होने का फायदा उठाते हुए उसके गले में दुपट्टा बांध कर पहले गला घोंटा फिर गाड़ी को तेजी से चलाते हुए 11 मील बायपास पर चलती कार से निधि की लाश को फेंक दिया।
अजय के गुनाह कबूलने और निशानदेही पर उसके दोस्त अब्दुल जबार अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि महिला की हत्या करने से पहले उसके साथ कहीं दुष्कर्म तो नहीं किया गया?