नई दिल्ली। पंजाब में गत 26 सितंबर की सुबह नहर में कार गिरने से एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हादसा नहीं, बल्कि साजिश के तहत की गई हत्या थी। यह विभत्स काम को अंजाम किसी और ने नहीं, बल्कि परिवार के बड़े बेटे ने दिया था और हादसे के वक्त नहर (CANAL) से तैर कर बच निकला था। आरोपित बलविंदर सिंह (Balwinder Singh) को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।
डीएसपी जगदीश कुमार के अनुसार आरोपित बलविदर अय्याश किस्म का व्यक्ति है। दो महिने पहले अपने एक साथी के घर दो-तीन दिन के लिए गया था और वहां पर जमकर शराब पी थी। इस वजह से उसकी मां और छोटे भाई ने बुरी तरह पिटाई की थी और इसके साथ ही पूरी दोपहर फर्श पर लिटाकर रखा गया। इसी का बदला लेने के लिए उसने यह खौफनाक साजिश रची। हादसे में बलविदर के दिव्यांग बेटे लखविदर सिह, छोटे भाई सुरिदर सिह, सुरिदर की पत्नी कुलविदर कौर व उसके तीन बच्चे सीमा रानी, सोना रानी व बेटे साजन सिह और मां स्वर्ण कौर (Lakhvidar Singh, Suridar Singh, Suridar's wife Kulvidar Kaur and Seema Rani, Sona Rani, Sajan Singh and Swarna Kaur) की मौत हो गई थी।
डीएसपी जगदीश कुमार ने बताया कि 26 सितंबर की सुबह गांव अमरपुरा से बलविंदर परिवार सहित कार में राजस्थान के श्रीगंगानगर के गांव अच्चाडिकी धार्मिक स्थल पर मत्था टेकने जा रहा था। गांव जंडवाला मीरा सांगला के निकट कार गंग नहर में गिर गई। जांच में सामने आया था कि उक्त कार अचानक स्टीयरिग लॉक होने की वजह से नहर में नहीं गिरी थी बल्कि बलविदर ने जानबूझकर इसको गिराई थी।
डीएसपी जगदीश कुमार ने बताया कि बलविदर सिह ने बताया था कि कार उसका छोटा भाई चला रहा था, जबकि जांच में इस बात का पता चला कि घर से निकलते समय कार बलविदर ही चला रहा था। सीसीटीवी कैमरों में भी वह गाड़ी चलाता दिखाई दिया। इसके बाद डीएसपी जगदीश कुमार खुद मौके पर गए और घटनास्थल पर गंग नहर पर बने मोड़ से अपनी कार को मोड़कर देखा। पुल और उक्त मोड़ पर काफी अंतर आ रहा था। इस पर पुलिस का शक यकीन में तब्दील हो गया। बलविदर ने पहले ही गाड़ी के एक शीशे को तोड़ रखा था। जैसे ही कार पानी में गिरी तो उसने शीशे को हाथ से हल्के से तोड़ा और परिवार को छोड़कर बाहर निकल आया।