नई दिल्ली। भगवान श्री राम ने इस दिन बुराई को खत्मकर, सारे जगत को भय से मुक्ति दिलाई थी. वह रावण जो किसी से मर नहीं रहा था और जिसके अत्याचारों से सब दुखी थे, उस रावण को भगवान राम ने मुक्ति दिलाई थी. तो अच्छाई पर बुराई की जीत को सनातन धर्म दशहरे के रूप में मनाता है.
शमी के पेड़ की पूजा करें / SHAMI KA POOJAN
बहुत ही कम लोग जानते हैं कि जब राम ने शमी के पेड़ के आगे रावण वध के लिए शक्ति मांगी तो शमी के वृक्ष ने भी राम को विजय होने का आशीर्वाद दिया था. तभी से शमी का पेड़ दशहरे के दिन शाम को कुछ जानकार लोगों द्वारा पूजा जाता है. आप दशहरे की शाम को शमी के पेड़ के पास जाए और वहां खड़े होकर अपनी सारी समस्या बतायें. लाल धागा लें और वृक्ष को नमन करने के बाद तने से चारों तरफ बाँध दें. कुछ ही दिन में आपको लाभ मिलना शुरू हो जायेगा.
घर की नकारात्मक शक्ति खत्म / GHAR KI NEGATIVE POWER OVER
यदि आपके घर में नकारात्मक शक्ति रहती है या आपको घर-ऑफिस में किसी भी तरह का भय सताता रहता है तो आप एक काम कीजिये कि दशहरे के दिन लाल हनुमान का पताका लेकर पहले राम मंदिर में जाएँ और वहां राम नाम जपें. आपके ऐसा करने मात्र से ही पताके में हनुमान शक्ति आ जाती है. इसको फिर आप घर पर लगायें या ऑफिस की छत पर.
चंद्र दर्शन से लाभ मिलेगा / BENEFIT FROM CHANDRA DARSHAN
दशहरे के दिन प्रकृति भी राम जी की विजय पर खुश होती हैं. बुराई जिस दिन खत्म हुई थी उस दिन स्वर्ग से फूलों की बरसात हुई थी और प्रकृति की हर चीज से पवित्रता की बरसात हुई थी. आज ही दशहरे वाले दिन रात्रि में चंद्रमा अमृत की बरसात करता है. इस रात को चंद्रमा की किरणों को नंगी आँखों से देखना भी लाभदायक होता है. इसलिए रात्रि में आप चंद्रमा को देखें और इसकी किरणों को घर में आने दें. आपके घर से संकट दूर होने लगेंगे.दशहरे वाले दिन व्यक्ति को गुप्त दान जरुर करना चाहिए. आप किसी जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करें और इस मदद को ना तो किसी के सामने करना है और ना ही किसी को इसके बारे में बताना है.
हनुमान चालीसा का पाठ करें / HANUMAN CHALISA KA PATH KREN
दशहरे वाले दिन हनुमान जी की पूजा करना ख़ास फलदायी होता है. सुबह आप हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान जी को चने का भोग लगायें और इसी तरह से शाम को हनुमान चालीसा पढ़कर घी के लड्डुओं का भोग लगायें. रात्रि को सोने से पहले आप हनुमान जी को अपनी समस्या जरुर बता दें.