भोपाल। प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरियों की आस में बैठे युवाओं के लिए बुरी खबर है। समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत जिला शिक्षा केंद्र और विकासखंड स्त्रोत केंद्रों में वर्षों से खाली पड़े, डाटा एंट्री ऑपरेटर, लिपिक, भृत्य और चौकीदार के पदों पर अब आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती करने की तैयारी शुरू हो गई है।
इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें जिला स्तर पर 11 पद और हर ब्लॉक में 2 पदों पर भर्ती होगी। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा जारी आदेश में प्रत्येक जिला शिक्षा केंद्र पर 11 पदों की भर्ती आउटसोर्स से की जाएगी। इसमें 3 डाटा एंट्री ऑपरेटर, 4 लिपिक, 3 भृत्य और चौकीदार के लिए 1 पद पर नियुक्तियां निकाली गई है।
इसी तरह बीआरसी कार्यालयों में 1 डाटा एंट्री ऑपरेटरों और 1 भृत्य की आउटसोर्स से नियुक्ति की जाएगी। शिक्षा विभाग द्वारा आउटसोर्स के जरिए नियुक्ति करने के फैसले का कई संगठन विरोध कर रहे हैं। ज्ञात हो कि जिला शिक्षा केंद्रों और ब्लॉक में कई सालों से करीब 700 पद हैं, जिसमें जहां-जहां रिक्त पद है, वहां आउटसोर्सिंग से भरे जा रहे हैं।
आउटसोर्स से न मिलें लिपिक तो रिटायर्ड को मिलेगी नियुक्ति
राज्य स्तरीय कार्यकारिणी समिति में हुए निर्णय के अनुसार इन पदों पर भर्ती के लिए शासकीय, अर्द्घशासकीय और निजी एजेंसियों से प्रशासनिक व्यय संबंधी दरें प्राप्त करने के बाद चयनित एजेंसी के माध्यम से नियुक्ति होगी। आउटसोर्स के जरिए लिपिकों के पदों पर आवेदक न मिलने पर रिटायर लिपिकों को पे-पेंशन के आधार पर 65 वर्ष की आयु तक नियुक्ति की जाएगी। विभाग ने लिपिक की नियुक्ति के लिए जो शर्तें दी है। उसके अनुसार क्लर्क के लिए आवेदक मिलने की संभावना कम है। इसके चलते रिटायर कर्मचारियों को नियुक्त करने का फैसला किया गया है। समिति ने जल्द से जल्द रिक्त पदों पर भर्ती करने का आदेश दिया है।