भोपाल। विगत 20/09/2019 को Acs गौरी सिंह द्वारा जारी तुगलकी फरमान के कारण वर्षो से कार्यरत जिला/जनपद के कंप्यूटर आपरेटर, भृत्य, फ़र्राष को बेरोजगारी की कगार ओर लाकर खड़ा कर दिया गया है।
जहां एक ओर कांग्रेस के वचन पत्र में इसका वचन दिया गया है कि अस्थाई, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की वरिष्ठता का निर्धारण करते हुए उनके वेतन विसंगति एवं नियमितीकरण की कार्यवाही की जावेगी वहीं पर क्रमशः शिक्षा विभाग, वन विभाग, सहकारी संस्थाओं, कृषी विभाग आदि के बाद अब पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कंप्यूटर आपरेटरो को नॉकरी से निकाला जा रहा है।
ज्ञात हो कि कांग्रेस शासन जब से शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक कई हजारों लोगों को बेरोजगार कर दिया गया है। विदित हो कि वर्तमान में नगरीय निकाय चुनाव एवं स्थानीय निकाय के चुनाव होना है और ऐसे कृत्यों के कारण कांग्रेस शासन के प्रति लोगो मे रोष बढ़ता जा रहा है। फिलहाल कंप्यूटर आपरेटरों में खासी नाराजगी देखी जा सकती है।
Acs गौरी सिंह के तुगलकी फरमान के कारण मध्य प्रदेश कंप्यूटर आपरेटर महासंघ के आह्वान पर दिनांक 07/10/2019 से पूरे मध्यप्रदेश के जिला/जनपद के समस्त कंप्यूटर आपरेटर, भृत्य, फ़र्रास आकस्मिक रूप से सामूहिक कलम बन्द हड़ताल मौन वृत धारण करते हुए की जाएगी।
जहां एक ओर कलम बन्द हड़ताल है वही दूसरी ओर कंप्यूटर आपरेटरों का मौन वृत धारण करने के कारण अधिकारियों को जानकारियों का आभाव होगा जिससे शासकीय काम काज में अच्छी खासी अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। मध्य प्रदेश कंप्यूटर आपरेटर महासंघ द्वारा सरकार के प्रति नाराजगी के चलते जिला/जनपद की होने वाली हड़ताल को सभी विभागों में लागू करते हुए समस्त विभागों के सेवा से पृथक किये गए कंप्यूटर आपरेटरों की वापसी तक अनिश्चित कालीन बृहद हड़ताल की रूपरेखा जमाई जा रही है। जिसकी समस्त जवाबदारी शासन/प्रशासन की होगी।