इंदौर। शहर के नामी मिठाई भंडारों पर ऊंची दुकान फीके पकवान की कहावत सही सिद्ध हो रही है। न्यू पलासिया में धोबी घाट के पास गणगौर स्वीट्स (Gangaur Sweets) के कारखाने पर जब प्रशासन और खाद्य व औषधि प्रशासन की टीम औचक निरीक्षण के लिए पहुंची तो भौचक रह गई। कारखाने में इधर-उधर चूहे दौड़ रहे थे और उनका मल बिखरा पड़ा था। इसके बीच ही मजे से मिठाइयां बनाई जा रही थीं। यही नहीं आटे में घुन चल रहे थे। किचन में पानी फैला हुआ था। वहां एक भी डस्टबिन नहीं था। चार दिन से कचरा नहीं उठा था।
कारखाने में करीब 100 किलो पुरानी मिठाई रखी थी। आटा, बेसन, शकर, घी भी बेकार उपयोग किया जा रहा था। जांच दल ने पुरानी मिठाई के अलावा 40 किलो आटा, 20 किलो दाल और 10 किलो शकर नष्ट करवाई। कारखाने पर गंदगी फैली होने से निगम ने 10 हजार रुपए जुर्माना किया। सफाई के लिए सुधार का नोटिस भी जारी किया गया। कारखाने के कर्मचारियों को गे्रच्यूटी भी नहीं मिल रही थी। इस पर श्रम अधिकारियों ने चालान बनाया जिसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। कारखाने से घी, बादाम-पिस्ता कतरन, मीठा मावा, सोहन रोल, मक्खन बड़ा, मावा, बादाम ऑरेंट मिठाई सहित सात प्रकार के नमूने जांच में लिए गए।
जांच दल ने कंचनबाग में शर्मा स्वीट्स एवं प्रोडक्ट में भी जांच की। यहां भी गंदगी पाई गई। सुधार के लिए नोटिस दिया और कर्मचारियों को सुविधा न देने पर श्रम विभाग ने चालान बनाया। यहां से रसगुल्ला, पेड़ा, मूंग का हलवा के नमूने लिए गए। न खाने योग्य खाद्य सामग्री नष्ट कराई गई।