ग्वालियर। पुनर्विवाह में मिलने वाली सरकारी सहायता के लिए एक महिला ने अपने जिन्दा पति का जाली डेथ सर्टिफिकेट बनवाकर कलेक्ट्रेट में लगाया। सहायता भी मंजूर हो गई, लेकिन इससे पहले ही गुमनाम शिकायत हुई, जिस पर मामले की जांच की तो पता चला कि शिकायत सही है और डेथ सर्टिफिकेट तथा शपथ पत्र गलत है। इसका पता चलते ही मामले की शिकायत विश्वविद्यालय पुलिस से की।
पुलिस ने जांच के बाद आरोपी महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। संजय नगर निवासी चांदनी गौतम (Chandni Gautam) ने कुछ माह पूर्व खुद को विधवा बताते हुए पुनर्विवाह के लिए आवेदन संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय विभाग में दिया था, आवेदन के साथ ही उसने अपने पति का डेथ सर्टिफिकेट तथा शपथ पत्र पेश किया था। आवेदन की जांच के बाद राशि मंजूर हो गई। इसी बीच एक गुमनाम शिकायत हुई थी, जिससे पता चला कि चांदनी विधवा नहीं है और पति के साथ ही रह रही थी, इसका पता चलते ही सामाजिक न्याय विभाग के अफसरों ने मामले की जांच की तो शिकायत की पुष्टि हुई।
शिकायत की पुष्टि होते ही सामाजिक न्याय विभाग में पदस्थ ठाकुर दास गंग पुत्र किरणजीत सिंह गंग थाने पहुंचे और मामले की शिकयत की। पुलिस ने उनकी शिकायत पर आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।