ग्वालियर। यह गेंहू खरीदी घोटाला है। सोसायटी ने किसानों ने गेहू लिया और रसीद दे दी परंतु पेमेंट पोर्टल से किसानों का नाम गायब कर दिया। अब किसान रसीद लिए यहां वहां भटक रहे हैं। कलेक्टर ने जांच कराई और घोटाला होना पाया। जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी की जा रही है परंतु किसानों को भुगतान अब तक नहीं दिया गया है।
सोसाइटी ने गेहूं खरीदकर किसानों का नाम हटा दिया
ये कहानी ग्वालियर जिले के चीनोर के हरसी सोसाइटी के किसानों की हैं। जिन्होंने अपने गेंहू को समर्थन मूल्य पर सोसाइटी को बेचा था लेकिन जब 4 महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया, किसानों के पैसे उनके खाते में नहीं आए तो वह परेशान हो गए। जब उन्होंने हरसी सोसाइटी में पड़ताल की तो पता चला कि सोसाइटी का पोर्टल बता रहा है कि उन्होंने अपना गेंहू नहीं बेचा है। जबकि किसानों के पास उस समय की पोर्टल की पर्ची है, जिसमें उनका गेंहू खरीदा हुआ दिखाया जा रहा है। जबकि भुगतान के लिए पोर्टल से उनका नाम गायब कर दिया गया।
किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी
समर्थन मूल्य में गेंहू खरीदी में हुई ठगी की ये कहानी अकेले एक किसान की नहीं है बल्कि कई किसानों की है, जो अपनी शिकायत जिले के कलेक्टर से लेकर कमलनाथ सरकार तक कर चुके हैं लेकिन जब उनके गेंहू का पैसा नही आया, तो उन्होंने कलेक्टर को अल्टीमेटम दिया है। किसानों के मुताबिक चीनोर की हरसी सोसाइटी के लोगों ने बड़े शातिराना तरीके से घोटाला किया है, जिसमें उन्होंने किसानों से 2,200 क्विटंल गेंहू समर्थन मूल्य पर खरीद लिया लेकिन उसे पोर्टल से डिलीट कर उसकी राशि का खुद आहरण कर लिया है। कलेक्टर ने इस मामले में जांच के साथ दोषी अफसरों पर FIR के आदेश भी दे दिए हैं। किसान नेता बृजेंद्र तिवारी का कहना है कि न्याय नहीं मिला तो किसान सड़क पर आकर आंदोलन करेंगे। किसानों का आरोप है कि ये कारनामा संभाग की कई और सोसाइटियों में भी हो चुका है लेकिन वहां के किसानों को अभी पोर्टल का ये फर्जीवाड़ा समझ में नहीं आ रहा है।